Category: Agriculture

हल्दी की जैविक खेती से बनेंगे आत्मनिर्भर

दैनिक भास्कर के अनुसार आदिवासी किसानों को हल्दी की जैविक खेती से आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि महाविद्यालय ने मुहिम शुरू की है। यह मुहिम केरल से मिले प्रोजेक्ट के…

शाकाहारी ऊन देने वाला रेगिस्तानी पोधा

ट्रिब्यून में प्रकाशित वह कैलोट्रोपिस एक आम खरपतवार है जो भारतीय देहात में काफी मात्रा में पाया जाता है। बड़े, मोमी पत्तियों और बैंगनी और सफेद फूलों वाला एक हार्डी…

गांव, ढाणियों, कस्बों में सुलभ इंटरनेट

जी न्यूज में प्रकाशित आत्मनिर्भर भारत अभियान को भारत संचार निगम लिमिटेड ने आगे बढ़ाने का काम शुरू कर दिया है. बीएसएनल की भारत फाइबर केबल के द्वारा राजस्थान परिमंडल…

स्टेट बैंक ने योनो कृषि को इफ्को ई-बाजार से जोड़ा

नवभारत टाइम्स में प्रकाशितदेश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपने मंडी खंड के तहत इफ्को ई-बाजार के साथ योनो कृषि अप से जोड़ा…

मशरूम की खेती से महिलायें बनेंगी आत्मनिर्भर

नईदुनिया न्यूज में प्रकाशित महिलाओं की सामाजिक संस्था मैत्री महिला समिति के सयुंक्त तत्वावधान में मुशरूम की खेती करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ उमा त्रिपाठी, अध्यक्ष मैत्री ने…

कोहला कूहल के बनने से धान की खेती का पुनर्जीवन

खासखबर में प्रकाशित काँगड़ा ज़िला के अंतर्गत ग्राम पंचायत अप्पर लंज के क़रीब 60 परिवारों के लिए राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग द्वारा निर्मित ‘कोहलाञ कूहल ख़ुशियों की सौग़ात…

मनोहारी गोल्ड टी ने बनाया हैट्रिक रिकॉर्ड

दीशिलांग टाइम्स में प्रकाशित असम की प्रसिद्ध और दुर्लभ किस्म की चाय, “मनोहारी गोल्ड टी” ने 29 अक्टूबर को गुवाहाटी चाय नीलामी केंद्र में आयोजित बिक्री नंबर 44 में रिकॉर्ड…

ट्राइब्स इंडिया में 100 नए फॉरेस्ट ऑर्गेनिक उत्पाद

ट्राइफेड ने प्रकृति की और अधिकता लाने के लिए ट्राइब्स इंडिया उत्पादों की अपनी श्रेणी में 100 नए फॉरेस्ट ऑर्गेनिक उत्पाद शामिल किए हैं। आदिवासी उपज और उत्पादों की एक…

हींग की खेती शुरू करने वाला पहला राज्य बना हिमाचल

अंग्रेजी समाचार ट्रैकलीव मे प्रकाशित हिमाचल प्रदेश के किन्नूर जिले के छोटे से गांव लिप्पा की अहमियत उस वक्त बढ़ गई, जब वहां हींग की खेती की कोशिशें परवान चढ़ने…

गेहूं की पैदावार दुगनी और अधिक गुणवत्ता वाली की भारतीय वैज्ञानिकों ने

किसानों के पास अब भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित गेहूं की ऐसी किस्म है,जिसकी पैदावार काफी अधिक होगी। इस गेहूं के आटे से चपाती भी अधिक गुणवत्ता वाली होती है। भारत…