खासखबर में प्रकाशित
काँगड़ा ज़िला के अंतर्गत ग्राम पंचायत अप्पर लंज के क़रीब 60 परिवारों के लिए राज्य सरकार के जल शक्ति विभाग द्वारा निर्मित ‘कोहलाञ कूहल ख़ुशियों की सौग़ात लेकर आई है। कोहला कूहल के बनने से अप्पर लंज में सालों बाद धान की खेती का पुनर्जीवन संभव हो पाया है। वहाँ के पंचायत प्रधान बताते हैं कि आज से कई साल पहले लंज पंचायत के लोग कोहला क्षेत्र में गज खड्ड में अस्थाई बॉंध बनाकर अपने खेतों में गेहूँ, धान तथा सब्ज़ियाँ आदि उगाते थे।
लेकिन प्रकृति के साथ होने वाली मानवीय छेड़छाड़ का असर धीरे-धीरे गज खड्ड के जलस्तर पर भी दिखने लगा। पानी की उचित व्यवस्था न होने के कारण समय के साथ यहॉं के किसानों ने खेती-बाड़ी करना छोड़ दिया। परिणामस्वरूप ज़मीन खाली रहने लगी। देखते ही देखते सैंकड़ों कनाल ज़मीन बंजर हो गई।
यहाँ के किसान ख़ाली ज़मीन देखकर अपना मन मसोस कर रह जाते थे। लेकिन वह कर भी क्या सकते थे? किन्तु अब सभी किसान राज्य सरकार द्वारा लंज में लगभग 39.82 लाख रुपये की लागत से निर्मित ‘कोहला कूहल’ के लिए उसका धन्यवाद करते हुए बताते हैं कि इस वर्ष क्षेत्र में इस कूहल के निर्माण से सिंचाई की समुचित व्यवस्था होने के कारण सभी किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हुआ है। इस कूहल की लम्बाई 1100 मीटर है। अब यहॉं के किसान धान की खेती के साथ अन्य नक़दी फ़सलों की ओर ध्यान दे रहे हैं।
ग़ौरतलब है कि प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं के अंर्तगत कूहलों तथा बहाव सिंचाई योजनाओं के माध्यम से किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाया जा रहा है। इसके अलावा फ़सल विविधीकरण, कृषि प्रौद्योगिकी तथा प्रशिक्षण के माध्यम से किसानों की हर संभव सहायता की जा रही है।