केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने और संचार राज्य मंत्री श्री देवुसिंह चौहान के साथ दूरसंचार विभाग (DoT) के डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) का अनावरण किया। मंच का उद्देश्य साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी के लिए दूरसंचार संसाधनों के दुरुपयोग को कम करने के लिए हितधारकों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना है।
उन्होंने ने कहा, “सरकार सुरक्षित भारत परियोजना के तहत साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।” उन्होंने ने सुरक्षित भारत परियोजना के तहत त्रिस्तरीय रणनीति की रूपरेखा तैयार की। उन्होंने स्पष्ट किया, “प्रयास राष्ट्रीय, संगठनात्मक और व्यक्तिगत स्तरों पर निर्देशित होते हैं।” RBI ने SBI के साथ मिलकर इन बैंकों पर लिया एक्शन, 3 करोड़ रुपए का कर्ज… बिजनेस पर क्या असर? उन्होंने साइबर खतरों के खिलाफ उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के लिए नागरिकों को सशक्त बनाने में जागरूकता और शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होंने ने साइबर हमलों से निपटने में ‘संचार साथी’ पोर्टल की प्रभावशीलता की सराहना करते हुए कहा, “इसने ऐसे हमलों से सफलतापूर्वक निपटने में मदद की है।” मंत्री देवुसिंह चौहान ने साइबर सुरक्षा खतरों से निपटने में दूरसंचार विभाग के प्रयासों की सराहना करते हुए उनकी भावनाओं को दोहराया। उन्होंने उभरती धोखाधड़ी को संबोधित करने के उद्देश्य से परियोजनाओं को विकसित करने और लागू करने के लिए चल रही प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने नागरिकों की डिजिटल संपत्तियों की सुरक्षा और धोखाधड़ी गतिविधियों पर अंकुश लगाने में अभिन्न कदम के रूप में उनकी भूमिका पर जोर दिया।