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केंद्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कल  जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड, हिसार में स्टेनलेस स्टील क्षेत्र में भारत के पहले ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह प्लांट स्टेनलेस स्टील उद्योग के लिए दुनिया का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट और छत और फ्लोटिंग सोलर वाला दुनिया का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट होगा। इस परियोजना से प्रतिवर्ष लगभग दो हजार 700 मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन और अगले दो दशकों में 54 हजार टन कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन में कमी आएगी।

इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने ने हरित और टिकाऊ भविष्य के लिए भारत की प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला, और कोविड के बाद के युग में जिम्मेदार आर्थिक प्रगति की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस्पात क्षेत्र में भारत की प्रगति, एक शुद्ध आयातक से एक शुद्ध निर्यातक के रूप में विकसित होने और कच्चे इस्पात का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक बनने का लक्ष्य पर भी प्रकाश डाला।

यह स्टेनलेस स्टील उद्योग के लिए दुनिया का पहला ऑफ-ग्रिड ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट और रूफ-टॉप और फ्लोटिंग सोलर वाला दुनिया का पहला ग्रीन हाइड्रोजन प्लांट होगा। यह परियोजना एक अत्याधुनिक हरित हाइड्रोजन सुविधा भी है, जिसका लक्ष्य कार्बन उत्सर्जन को लगभग 2,700 मीट्रिक टन प्रति वर्ष और अगले दो दशकों में 54,000 टन सीओ2 उत्सर्जन को कम करना है।
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