सशस्त्र सेना झंडा दिवस (सात दिसंबर) के अवसर पर, रक्षा मंत्रालय (एमओडी) के पूर्व सैनिक कल्याण विभाग ने सेवानिवृत्ति के बाद नागरिक जीवन में वापस लौटने वाले सैन्य कर्मियों को छात्रवृत्ति देने के लिए इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के साथ सहयोग किया है। इस सहयोग के तहत आईएसबी अपने पोस्ट ग्रेजुएट और एडवांस्ड मैनेजमेंट प्रोग्रामों में कर्मियों को 50 प्रतिशत ट्यूशन फीस छूट प्रदान करेगा, जिसकी राशि प्रति वर्ष कुल 2.3 करोड़ रुपये तक होगी। इससे प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में 22 पूर्व सैनिक लाभान्वित होंगे। इस सहयोग का उद्देश्य सशस्त्र बलों के कर्मियों और सेवानिवृत्त सैनिक के पास पहले से मौजूद कौशल को बेहतर बनाने के लिए नवीनतम और गहन प्रबंधन कौशल प्रदान करना है।

पूर्व सैनिक कल्याण विभाग के सचिव श्री विजय कुमार सिंह ने रक्षा मंत्रालय के साथ सहयोग करने के लिए आईएसबी का हार्दिक आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा  कि अधिकांश सशस्त्र बल कर्मी कम उम्र में सेवानिवृत्त हो जाते हैं और देश की सेवा करने के लिए सबसे अनुशासित, उत्साह और ऊर्जा से भरे होते हैं। यह पहल हमारे सेवानिवृत्त सैनिक और जल्द ही सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों को आईएसबी में विश्व स्तरीय शिक्षा हासिल करने और 2047 तक विकसित भारत बनाने में अग्रणी भूमिका निभाने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करेगी।

इस सहयोग और राष्ट्र-निर्माण में योगदान देने के अवसर पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए, आईएसबी डीन प्रोफेसर मदन पिल्लुतला ने कहा कि ट्यूशन फीस में 50 प्रतिशत छूट, सशस्त्र बलों के कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करने का एक तरीका है जो दृढ प्रतिबद्धता और अद्वितीय साहस के साथ राष्ट्र की रक्षा करते हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक अनुशासन, नेतृत्व और प्रतिबद्धता से लैस होते हैं – ये गुण किसी भी महत्वपूर्ण भूमिका में प्रतिभा का आधार हैं। इस पहल का उद्देश्य राष्ट्र की सेवा के लिए समर्पित लोगों के लिए विश्व स्तरीय शिक्षा को और अधिक सुगम बनाना है।

आईएसबी के पूर्व छात्रों में 100 से अधिक सेवानिवृत्त सैनिक हैं। वे कक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं और पूर्व छात्र नेटवर्क को मजबूत करते हैं।

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