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नाहन-शिमला राष्ट्रीय राजमार्ग पर बाग पशोग में बन रहा यह शी हॉट की होटल से कम नहीं है। यहां पहाड़ी रसोई के साथ-साथ आधुनिक व्यंजन भी तैयार किए जाएंगे। डीसी का यह ड्रीम प्रोजेक्ट बनकर लगभग तैयार है। जिसका जल्द ही तयार होने की सम्भावना है।,67 लाख से बनने वाले इस शी हॉट में आगन्तुओं विशेषकर पर्यटकों को भिन्न-भिन्न प्रकार के पारंपरिक व्यंजन परोसे जाएंगे।

शी हॉट अपने आप में एक ऐसा अनौखा कॉन्सेप्ट है जिससे पर्यटन को तो बढ़ावा मिलेगा ही ग्रामीण महिलाएं भी सशक्त ओर आत्म निर्भर बने। सिरमौर जिला के पच्छाद उपमंडल में तैयार हो रहा यह प्रोजेक्ट देश में अपनी तरह का पहला है। जहां महिलाएं ही सभी तरह की गतिविधियों का संचालन करेंगी। यहां कौशल विकास केंद्र भी स्थापित किया है जिसमें महिलाएं स्थानीय उत्पादों से आचार, मुरब्बा, चटनी व जूस तैयार करेंगी।

साथ ही उन्हें प्रचलित खान पान का भी स्वाद मिलेगा। इसे अलग अलग स्वयं सहायता समूहों की 25 महिलाएं संभालेंगी। सरकारी सहायता से तैयार होने वाले शी हॉट में ठहरने की भी उचित व्यवस्था होगी। इसके लिए आलीशान सुइट्स बनाए गए हैं जिनका एक दिन का किराया 5 हजार होगा। जिससे पर्यटक यहां की प्राकृतिक सुंदरता को नजदीक से निहार सकें। सब कुछ सही रहा तो यह सरकारी प्रयास एक मॉडल बनकर उभरेगा ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में भी सहायक सिद्ध होगा।

शी हॉट सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे खुला रहेगा। इसमें महिलाओं को उनकी रुचि के अनुरूप दायित्व सौंपा है। पहाड़ी रसोई में स्थानीय व्यंजन कांजण, असकली, घी शक्कर व खीर के साथ पटांडे, सीड़कु, लूशके बनाए जाएंगे। वहीं दूसरे प्रचलित व्यंजनों की महक पर्यटकों को लुभाने का कार्य करेगी।

वहीं सजावटी सामान तैयार कर बिक्री करेंगी। प्रशासन के मार्गदर्शन में चलने वाले शी हॉट का पूरा प्रबंधन व आय व्यय स्वयं महिलाओं के कंधों पर होगा। शी हॉट अपनी तरह का पहला प्रयास है जो महिलाओं के हुनर को सामने लाने व उन्हें आत्म निर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगा।

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