रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने मझगांव डॉक्स लिमिटेड (एमडीएल), मुंबई में भारतीय नौसेना के दो फ्रंटलाइन युद्धपोतों – ‘सूरत’ और ‘उदयगिरी’ का शुभारंभ किया। ‘सूरत’ पी15बी श्रेणी का चौथा निर्देशित मिसाइल विध्वंसक है। जबकि ‘उदयगिरी’ पी17ए श्रेणी का दूसरा स्टील्थ फ्रिगेट है। दोनों युद्धपोतों को नौसेना डिजाइन निदेशालय (डीएनडी) द्वारा इन-हाउस डिजाइन किया गया है और एमडीएल, मुंबई में बनाया गया है। उन्होने ने अपने संबोधन में, युद्धपोतों को देश की समुद्री क्षमता बढ़ाने के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का एक अवतार के रूप में वर्णित किया, ‘आत्मनिर्भर भारत’ को प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, ऐसे समय में जब दुनिया COVID के कारण वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान देख रही है। -19 और रूस-यूक्रेन संघर्ष।
उन्होने ने कहा कि दोनों युद्धपोत भारतीय नौसेना के शस्त्रागार में ताकत बढ़ाएंगे और दुनिया को भारत की रणनीतिक ताकत के साथ-साथ आत्मनिर्भरता की शक्ति का प्रतिनिधित्व करेंगे। “आईएनएस उदयगिरि और आईएनएस सूरत भारत की बढ़ती स्वदेशी क्षमता के चमकदार उदाहरण हैं। युद्धपोत दुनिया के सबसे तकनीकी रूप से उन्नत मिसाइल वाहक होंगे, जो वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की आवश्यकताओं को भी पूरा करेंगे। आने वाले समय में हम न केवल अपनी जरूरतों को पूरा करेंगे, बल्कि दुनिया की जहाज निर्माण की जरूरतों को भी पूरा करेंगे। हम जल्द ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के ‘मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड’ के विजन को साकार करेंगे।”