भारतीय वायु सेना ने बागडोगरा हवाई अड्डे के रनवे पर व्यापक पुनर्निर्माण (रिसर्फेसिंग) कार्य किया है, जिससे नागरिक विमान 26 अप्रैल, 2022 की सुबह से अपने परिचालन को फिर से शुरू कर सकें। इस रनवे पर पहला नागरिक विमान आज सुबह लगभग 8:00 बजे उतरा।
इस रनवे के मध्य हिस्से पर पुनर्निर्माण का काम तय समय पर पूरा किया गया है। तीन लचीली (बिटुमिनस) परतें बिछाने और गैर-भारित वहन करने वाली सतहों के पुनर्निर्माण आदि के लिए रनवे को दो सप्ताह के लिए बंद कर दिया गया था। इस कार्य में रनवे के हर एक छोर पर कंक्रीट के हिस्से का पुनर्निर्माण और अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) मानकों के अनुरूप टैक्सी ट्रैक और लिंक्स को चौड़ा करना भी शामिल था।
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने इस कार्य को कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में पूरा किया। वहीं, एयरलाइन्स और यात्रियों की असुविधा को कम करने को लेकर नागरिक विमान परिचालन की सुविधा को शुरू करने के लिए इस काम को तेजी से पूरा किया गया।
बागडोगरा, पश्चिम बंगाल का दूसरा सबसे व्यस्त हवाईअड्डा है और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हवाई क्षेत्र से जुड़े एक नागरिक टर्मिनल के साथ एक संयुक्त उपयोगकर्ता अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा है। आईएएफ के समय पर काम पूरा होने से अब लगभग 8000 हवाई यात्री हर दिन बागडोगरा से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए उड़ान भर सकेंगे।
बागडोगरा हवाई क्षेत्र न केवल सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटन व अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए एक प्रमुख अंतरराष्ट्रीय केंद्र भी है। दार्जिलिंग और सिलीगुड़ी को देश और विश्व के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए यह हवाई क्षेत्र एक महत्वपूर्ण बिंदु है।
आईएएफ, सरकार के मिशन उड़ान- ‘उड़े देश का आम नागरिक’ के लिए प्रतिबद्ध है।