एनडीटीवी में प्रकाशित
कोरोना महामारी ने न सिर्फ पूरी दुनिया में लोगों के स्वास्थ्य को प्रभावित किया बल्कि अर्थव्यवस्था को घुटनों के बल ला दिया. भारत भी इससे अछूता नहीं रहा. हालांकि, भारत का एक राज्य ऐसा रहा जिसने कोरोना महामारी और लॉकडाउन के बीच भी खूब निवेश आकर्षित किया. इस राज्य का नाम है उत्तर प्रदेश. वहाँ साथ ही विकास कार्य तथा एयर कनेक्टिविटी व सड़क निर्माण पर विशेष ध्यान देने के कारण निवेशकों के साथ बड़े औद्योगिक घराने उत्तर प्रदेश की ओर खिंचे चले आ रहे हैं।
उत्तर प्रदेश को ‘उद्यम प्रदेश’ बनाने पर लगातार काम हों रहे हैं और बड़े उद्योगपति खुले दिल से सराहना कर रहे हैं. बीते दिनों जर्मनी की फुटवियर कंपनी ”वॉन वेलेक्स” (Von Wellx) ने चीन से अपना कारोबार समेटकर उत्तर प्रदेश के आगरा में नई यूनिट शुरू की तो महिंद्रा समूह के मुखिया और विश्व प्रख्यात उद्योगपति आनंद महिंद्रा ने इसे विकास की गति को बूंद-बूंद में एकत्र होने के बाद अच्छी लहर के रूप में तब्दील होने का संकेत बताया।
आनंद महिंद्रा ने चीन से अपना कारोबार समेट उत्तर प्रदेश के आगरा शिफ्ट हुई जर्मन जूता कंपनी से संबंधित खबर को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, ”जर्मन कंपनी का चीन से आगरा आना, ताजे पानी की छोटी-छोटी बूंदों की तरह है. जो धीरे-धीरे पतली धार का रूप लेगी, फिर एक तेज धार से होते हुए बाढ़ में परिवर्तित होगी. निवेश और विकास की इस अच्छी बाढ़ को ऐसे ही आने देते रहना चाहिए. मुझे उम्मीद है इन्वेस्ट इंडिया इसमें उत्प्रेरक का काम करेगी, के इस ट्वीट पर देश-विदेश से तमाम लोग प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
गौरतलब है कि जर्मनी की फुटवियर कंपनी ”वॉन वेलेक्स” ने उत्तर प्रदेश के आगरा में जूता बनाने की दो यूनिट शुरू की हैं. अब तक कुल 2000 लोगों को रोजगार मिल चुका है. वॉन वेलेक्स कंपनी यूपी में अपनी तीन परियोजनाओं में लगभग 300 करोड़ रुपए का निवेश करेगी. कंपनी का दावा है कि इससे 10 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. जबकि यूनिट्स सालाना 50 लाख जोड़े जूते का उत्पादन करेंगी।
इन यूनिट की स्थापना एक्सपोर्ट प्रमोशन इंडस्ट्रियल पार्क आगरा में भारत के इआट्रिक इंडस्ट्रीज ग्रुप के साथ साझेदारी में की गई है. वॉन वेलेक्स कंपनी की योजना 10,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में जेवर (यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) में दिसंबर 2020 तक एक नई उत्पादन इकाई स्थापित करने की है. इसके अलावा मथुरा के कोसी-कोटवान में 7.5 एकड़ में कंपनी की एक और मैन्युफैक्चरिंग यूनिट प्रस्तावित है.
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