साइबर दुनिया में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने ‘वीथिंक डिजिटल ‘कार्यक्रम के तहत ऑनलाइन उत्पीड़न, पीछा करना, वित्तीय धोखाधड़ी जैसे साइबर सुरक्षा से संबंधित मुद्दों पर संकटग्रस्त महिलाओं की मदद के लिए एक ऑनलाइन संसाधन केंद्र शुरू किया है। यह कार्यक्रम फेसबुक और साइबर पीस फाउंडेशन द्वारा आपसी सहयोग से चलाया जा रहा है। ऑनलाइन संसाधन केंद्र का उद्घाटन झारखंड के राज्यपाल श्री रमेश बैस और अध्यक्ष सुश्री रेखा शर्मा ने कल रांची में साइबर पीस फाउंडेशन के संस्थापक और निदेशक मेजर विनीत कुमार की उपस्थिति में किया। संसाधन केंद्र के बारे में www.digitalshakti.orgपर जानकारी प्राप्त की जा सकती है।
ऑनलाइन संसाधन केंद्र के शुभारंभ पर, अध्यक्ष सुश्री शर्मा ने कहा, “संसाधन केंद्र एक मील का पत्थर सिद्ध होगा, क्योंकि यह महिलाओं को प्रौद्योगिकी के सुरक्षित उपयोग को सीखने में मदद करेगा और उन्हें ऑनलाइन खतरों से सुरक्षित रहने में भी सहायता प्रदान करेगा। यह ऑनलाइन उपस्थिति के लिए सूचना और समर्थन के स्रोत के रूप में कार्य करेगा। केंद्र, महिलाओं के खिलाफ साइबर हिंसा से मुकाबला करने में महिलाओं की मदद करेगा और उनके खिलाफ तकनीकी दुरुपयोग को रोकने में भी सहायता प्रदान करेगा।
इस परियोजना को 2018 में डिजिटल शक्ति के रूप में लॉन्च किया गया था, जिसका उद्देश्य देश भर की महिलाओं को डिजिटल मोर्चे पर जागरूकता के स्तर को बढ़ाने में मदद करना और उन्हें साइबर अपराध से प्रभावी तरीके से मुकाबला करने के लिए प्रशिक्षित करना था। इस परियोजना ने 1,75,000 से अधिक महिलाओं को जागरूक व संवेदनशील बनाया है। तीनों संगठनों के बीच साझेदारी फिलहाल तीसरे चरण में है और इसका लक्ष्य 1.5 लाख महिलाओं को जागरूक व संवेदनशील बनाना है।