प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज आर्थिक क्षेत्रों से बहुस्तरीय संपर्क के लिए ‘गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान’ की शुरुआत की।  यह रेल और सड़क सहित 16 मंत्रालयों को जोड़ने वाला एक डिजिटल मंच है. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ये नेशनल मास्टरप्लान 21वीं सदी के भारत को गतिशक्ति देगा।

पीएम मोदी ने कहा, ‘’आत्मनिर्भर भारत के संकल्प के साथ हम अगले 25 वर्षों के लिए भारत की बुनियाद रच रहे हैं। पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान, भारत के इसी आत्मबल को, आत्मविश्वास को, आत्मनिर्भरता के संकल्प तक ले जाने वाला है। ये नेशनल मास्टरप्लान 21वीं सदी के भारत को गतिशक्ति देगा।’’  उन्हंने कहा, ‘’आज दुर्गाष्टमी है. पूरे देश में आज शक्ति स्वरूपा का पूजन हो रहा है. शक्ति की उपासना के इस पुण्य अवसर पर देश की प्रगति की गति को भी शक्ति देने का शुभ कार्य हो रहा है।’’

आज का मंत्र है

‘प्रगति के लिए कार्य’।

प्रगति के लिए धन।

प्रगति की योजना बनाएं।

प्रगति के लिए वरीयता।

पीएम मोदी ने कहा, ‘’आज 21वीं सदी का भारत सरकारी व्यवस्थाओं की उस पुरानी सोच को पीछे छोड़कर आगे बढ़ रहा है. आज का मंत्र है, Will for progress, work for progress, wealth for progress, plan for progress, preference for progress.’’

पीएम मोदी ने कहा, ‘’हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है. ये उनके घोषणा पत्र में भी नजर नहीं आता है. अब तो ये स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल  देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने में गर्व करते हैं. जबकि दुनिया में ये स्वीकृत बात है कि सतत विकास के लिए क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण एक ऐसा रास्ता है, जो अनेक आर्थिक गतिविधियों को जन्म देता है और बहुत बड़े पैमाने पर रोजगार का निर्माण करता है।’

इस योजना का मकसद बुनियादी ढांचा संपर्क परियोजनाओं की एकीकृत योजना बनाना और समन्वित कार्यान्वयन को बढ़ावा देना है. एक अधिकारी ने कहा कि 16 मंत्रालयों और विभागों ने उन सभी परियोजनाओं को जीआईएस मोड में डाल दिया है, जिन्हें 2024-25 तक पूरा किया जाना है। उन्होंने बताया, ‘‘गति शक्ति हमारे देश के लिए एक राष्ट्रीय अवसंरचना मास्टर प्लान होगा, जो समग्र बुनियादी ढांचे की नींव रखेगा।’’

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