देश में वरिष्ठ नागरिकों की सहायता के लिए एक हेल्पलाइन की शुरूआत की गई है। ऑल इंडिया लेवल की इस टोलफ्री हेल्पलाइन से बुजुर्ग नागरिकों की समस्याओं को सुलझाया जा रहा। ‘एल्डर लाइन’ से बुजुर्गों के पेंशन मुद्दों, कानूनी मुद्दों पर मुफ्त जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा। यह उन भावनात्मक रूप से मदद करते हुए उनके साथ हो रहे दुर्व्यवहार के मामलों में भी मदद करेगा साथ ही बेघर बुजुर्गों को राहत देगा।
सीनियर सिटीजन्स के लिए शुरू की गई इस हेल्पलाइन पर देश के किसी कोने से फोन कर मदद ली जा सकती है। अखिल भारतीय टोल-फ्री हेल्पलाइन-14567 पर फोन कर बुजुर्ग अपनी किसी भी समस्या का समाधान मांग सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार देश में आगामी 2050 तक सीनियर सिटीजन्स की आबादी करीब 20 प्रतिशत हो जाएगी। यानी यह आबादी 300 मिलियन से अधिक होने की संभावना है। सीनियर सिटीजन्स की देश में यह आबादी कई देशों की आबादी से भी अधिक है। इस आयु वर्ग के लोगों को विभिन्न मानसिक, भावनात्मक, वित्तीय, कानूनी और शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। कोरोना महामारी ने इन परेशानियों को और ज्यादा बढ़ा दिया है।
एल्डर लाइन, टाटा ट्रस्ट्स की पहल की परिणति है, जो भारत का सबसे पुराना परोपकार है, जिसने 2017 में हैदराबाद में तेलंगाना सरकार के सहयोग से अपने पार्टनर विजयवाहिनी चैरिटेबल फाउंडेशन के माध्यम से शहर के बुजुर्गों की मदद की। राष्ट्रीय महत्व के मुद्दों पर हमारे पैमाने और हस्तक्षेप की गहराई से प्रतिष्ठित, हमारे द्वारा सेवा किए जाने वाले समुदायों में लाखों लोगों के जीवन में गहरा, व्यापक और अपरिवर्तनीय प्रभाव पैदा करने के लिए टाटा ट्रस्ट रणनीतिक परोपकार में लगा हुआ है और जारी है। वहीं दूसरी स्थिति में एक फोन करने वाला था जिसकी पेंशन नहीं मिल रही थी और उसने एल्डर लाइन टीम से सहयोग मांगा। टीम ने संबंधित पेंशन अधिकारी से संपर्क किया और राज्य और भारत सरकार द्वारा प्रबंधित सभी डी लाइन सुविधा का सत्यापन किया। इसके साथ ही पृष्ठभूमि में, पेंशन तुरंत वरिष्ठ नागरिक के खाते में स्थानांतरित कर दी गई।
एल्डर हेल्पलाइन पर पिछले 4 महीनों में 2 लाख से ज्यादा कॉल आए हैं। 30,000 से ज्यादा वरिष्ठ नागरिकों की मदद की जा चुकी है। इनमें से लगभग 40 प्रतिशत कॉल वैक्सीन के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्राप्त करने और इससे संबंधित प्रश्नों से संबंधित थे और लगभग 23 प्रतिशत कॉल पेंशन से संबंधित थे। एक अन्य मामले में एक कॉलर था जिसको पेंशन नहीं मिल रही थी और उसने एल्डर लाइन टीम से समर्थन मांगा। टीम ने संबंधित पेंशन अधिकारी से संपर्क किया। वरिष्ठ नागरिक का पेंशन तुरंत उसके खाते में हस्तांतरित कर दिया गया।