केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने आज दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल में कई रोगी केंद्रित सुविधाओं का उद्घाटन किया। उन्होंने अस्पताल के नए ब्लॉक में एक बाल दुर्व्यवहार देखभाल केन्द्र और बुजुर्ग दुर्व्यवहार देखभाल केंद्र के साथ-साथ तीसरे पीएम-केयर्स प्रेशर स्विंग एडजॉर्प्शन ऑक्सीजन प्लांट (क्षमता 1 मीट्रिक टन) और अस्पताल परिसर में नए अस्थायी अस्पताल का उद्घाटन किया। उन्होंने एक पुस्तिका “क्वालिटी की बात” का विमोचन किया और अस्पताल को इसके प्रवेश स्तर का एनएबीएच प्रत्यायन प्रमाणपत्र भी प्रदान किया। अवसर पर केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने अस्पताल में मरीजों से बातचीत भी की।
अस्पताल को बधाई देते हुए, मंडाविया ने इस बात पर प्रकाश डाला कि डॉक्टरों की प्रतिबद्धता और समर्पण स्वास्थ्य सेवा के महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जो केन्द्र सरकार के अस्पताल की नींव रखते हैं। उन्होंने कहा, “अस्पताल और डॉक्टर एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। एक के बिना दूसरा काम नहीं कर सकता। डॉक्टरों को उनके समर्पण और अपने काम पर ध्यान देने के कारण इसका एहसास नहीं हो सकता है, लेकिन उन्हें समाज में बहुत सम्मान मिलता है। कोरोना से हमें बचाने में उनकी प्रतिबद्धता ने इस सम्मान को काफी बढ़ा दिया है। अस्पताल इस लोकाचार का एक स्वाभाविक विस्तार होना चाहिए।”