पटना से नई दिल्ली के लिए तेजस के डिब्बों के साथ राजधानी एक्सप्रेस शुरू हों गयी है। यह ट्रेन पटना राजधानी एक्सप्रेस के नाम, नंबर और समय-सारिणी के आधार पर ही चली। इसका डिब्बा अब राजधानी की बजाय तेजस का ही रहेगा। राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन’ चलाने के लिए उन्नत स्मार्ट सुविधाओं के साथ, ये चमकीले सुनहरे रंग वाले कोच शामिल किए जा रहे हैं और ये इस क्लास में यात्रा के सर्वश्रेष्ठ अनुभव देंगे। इस नए रेक ने बुधवार, 01 सितंबर, 2021 से पहली बार यात्रा की।

राजेंद्र नगर टर्मिनल (पटना)-नई दिल्ली ट्रेन विशेष तेजस प्रकार के स्मार्ट कोच के साथ चलने वाली दूसरी राजधानी एक्सप्रेस बन गई है। जो सबसे प्रतिष्ठित और प्रीमियम ट्रेनों में से एक है, इन्हें एकदम नए तेजस प्रकार के स्लीपर कोच से बदला जा रहा है। इस नई ट्रेन में यात्री सुरक्षा और आराम को बढ़ाने के लिए विशेष स्मार्ट सुविधाएं होंगी। इस स्मार्ट कोच का मकसद इंटेलिजेंट सेंसर-आधारित सिस्टम की मदद से यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है। ये जीएसएम नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ मुहैया की गई यात्री सूचना और कोच कंप्यूटिंग यूनिट (पीआईसीसीयू) से लैस है, जो रिमोट सर्वर को रिपोर्ट करती है। पीआईसीसीयू यहां डब्ल्यूएसपी, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग, टॉयलेट की गंध के सेंसर्स, पैनिक स्विच और आग का पता लगाने वाले तथा अलार्म सिस्टम, वायु गुणवत्ता और चोक फिल्टर सेंसर तथा एनर्जी मीटर के साथ एकीकृत अन्य वस्तुओं का डेटा रिकॉर्ड करेगा।

पीए/पीआईएस (यात्री घोषणा/यात्री सूचना प्रणाली):हर कोच के अंदर दो एलसीडी हैं जो यात्रियों को यात्रा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियां दिखाते हैं, जैसे – अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमन का अपेक्षित समय, देरी और सुरक्षा संबंधी संदेश।  सुरक्षा और निगरानी के लिए हर कोच में छह कैमरे लगाए गए हैं जो लाइव रिकॉर्डिंग देते हैं। इनमें दिन और रात में देखने की क्षमता वाले प्रत्येक कोच में छह कैमरे लगे हैं , कम रोशनी में भी चेहरे की पहचान और नेटवर्क लाइव रिकॉर्डिंग करते हैं।

तेजस डिब्बों में हर यात्री के लिए मोबाइल फोन चार्जिंग पॉइंट मुहैया कराए गए हैं तथा हर बर्थ पर रीडिंग लाइट की भी सुविधा दी गयी है। रेलवे ने कहा कि ऊपरी बर्थ पर चढ़ने की व्यवस्था को सुविधाजनक बनाया गया है। रेलवे ने कहा कि सभी डिब्बों के मुख्य गेट गार्ड द्वारा केंद्रीकृत तरीके से नियंत्रित होंगे। जब तक सभी गेट बंद नहीं हो जाते, ट्रेन आगे नहीं बढ़ेगी। डिब्बों में यात्री सूचना और कोच कंप्यूटिंग यूनिट (पीआईसीसीयू) भी होगी।सभी डिब्बों में स्वचालित फायर अलार्म भी लगाया गया है। चिकित्सा या सुरक्षा आपात स्थिति के लिए आपातकालीन ‘टॉकबैक’ भी प्रदान किया गया है।

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