पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री प्रकाश जावडेकर ने आज अपने फेसबुक पर लाइव बातचीत में वायु प्रदूषण के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा इससे निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर बात की। लोगों ने केंद्रीय मंत्री से हैशटैग आस्क प्रकाश जावडेकर पर सवाल और सुझाव भेजकर बातचीत की।

उन्होने ने कहा कि सरकार  ने घोषणा की थी कि देश भर में वायु प्रदूषण में कमी के लिए एक समग्र दृष्टिकोण लागू किया जा रहा है और राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (एनसीएपी) के माध्यम से पर्यावरण मंत्रालय देश भर के 122 शहरों में इसे लागू कर रहा है।

उन्होने ने कहा कि पूरी दुनिया वायु प्रदूषण की समस्या का सामना कर रही है। वायु प्रदूषण के कारकों पर बात करते हुए उन्होने  ने कहा कि भारत में, वायु प्रदूषण के प्राथमिक कारण वाहन उत्सर्जन, औद्योगिक उत्सर्जन, निर्माण कार्य से उत्पन्न धूल और विध्वंस स्थल, बायोमास जलाना, खराब अपशिष्ट प्रबंधन और फसलों के अवशेष जलाना हैं। जब ये कारक भौगोलिक और मौसम संबंधी कारकों के साथ मिल जाते हैं, तो सर्दियों के दौरान उत्तर भारत में प्रदूषण बढ़ जाता है।

देश भर में अप्रैल 2020 से बीएसVI अनुपालन वाहन मानक की शुरुआत को वाहन प्रदूषण में कमी लाने के लिए एक क्रांतिकारी कदम बताते हुए उन्होने ने कहा कि बीएसVI  ने वाहनों से होने वाले उत्सर्जन  प्रदूषण को कम करने में मदद की। बीएसVI ईंधन वाली डीजल कारों में नाइट्रोजन ऑक्साइड उत्सर्जन को 70% कम करता है, पेट्रोल कारों में 25% और वाहनों में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) को 80% तक कम करता है।

उन्होने ने सभी से आग्रह किया व्यक्तिगत वाहनों का उपयोग कम से कम करने और मेट्रो और परिवहन के अन्य सार्वजनिक साधनों का उपयोग करने का। उन्होंने लोगों से परिवहन के स्वच्छ मोड में बदलने का भी आग्रह किया।

ऊनहोने  ने औद्योगिक उत्सर्जन को कम करने के कदमों पर प्रकाश डाला, जिसमें बदरपुर और सोनीपत थर्मल पावर प्लांट को बंद करना, ईंट भट्टों में उपयोग होने वाली प्रौद्योगिकियों को बदलना, पीएनजी ईंधन में बदलने वाले 2800 उद्योग और पेटकोक और फर्नेस ऑयल पर प्रतिबंध शामिल हैं।

केंद्रीय मंत्री ने सभी को केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर एप्लिकेशन डाउनलोड करने की अपील करते हुए ऐप के बारे में जानकारी दी, जो देश भर के विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों के बारे में पूरी जानकारी देता है। यह लाल निशान के साथ भारी प्रदूषण वाले क्षेत्रों की पहचान करता है।

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