न्यूज18 में प्रकाशित

गुरुग्राम के सनसिटी स्‍कूल के छात्र आर्यन जैन  ने अंतरिक्ष के क्षेत्र  में भारत का मान अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर बढ़ाया है। आर्यन और उसकी टीम ने इस बार अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा  की ओर से आयोजित किए गए आर्मेटिस नेक्‍स्‍ट-जेन एसटीईएम- मून टू मार्स एप डेवलपमेंट चैलेंज को जीता है।

जानकारी के मुताबिक नासा की ओर से आयोजित किया गया यह काफी जटिल कोडिंग चैलेंज था।  इस साल नासा की स्‍पेस कम्‍यूनिकेशंस एंड नेवीगेशंस  ने प्रतियोगिता आयोजित की थी जिसके तहत छात्रों को एक ऐसी मोबाइल एप्‍लीकेशन तैयार करनी थी, जिससे चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने और वहां जांच-पड़ताल करने के अभियान की रूपरेखा तैयार की जा सके।

आर्यन जैन ‘टीम यूनिटी’ नामक टीम के सदस्‍य थे।  उनकी टीम में उनके अलावा अनिका पटेल, एंडी वांग, फ्रैंकलिन हो, जेनिफर जियोंग, जस्टिन जी और वेदिका कोठारी शामिल थे।  वे अमेरिका के व्हिटनी हाई स्‍कूल के नेतृत्‍व में गठित 5 ग्‍लोबल स्‍कूलों की संयुक्‍त टीम में थे।  अब इन सभी टीम सदस्‍यों को फरवरी में नासा के वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष क्षेत्र की इंडस्‍ट्री के बड़े लोगों से बातचीत के लिए आमंत्रित किया गय है।

टीम के द्वारा बनाई गई एप में कई सारे खास फीचर्स हैं।  इनमें से एक है छोटा मैप. यह मैप चांद पर उतरने के मिशन के दौरान अंतरिक्षयात्रियों की तकनीकी रूप से मदद करेगा. एप में रास्‍ता पता करने के विकल्‍प, चांद की सतह का चित्रण और 3डी सीन हैं।  टीम ने इस एप को तैयार करने के लिए चांद के दक्षिणी ध्रुव की उपलब्‍ध सभी जानकारियों का इस्‍तेमाल किया है।

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