भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (बार्क) ने आंख के ट्यूमर के उपचार के लिए पहली स्वदेशी रूथेनियमियम 106 प्लैक के रूप में एक नेत्र कैंसर चिकित्सा पद्धति विकसित की है। मंगलवार को आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई। बयान में कहा गया है कि डॉक्टरों के लिए इस पट्टिका का इस्तेमाल बहुत सुविधाजनक है और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप माना गया है।

बयान के मुताबिक परमाणु ऊर्जा राज्यमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए बार्क की सराहना की है। पिछले साल अक्टूबर में उनके साथ परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के चेयरमैन सह सचिव ने यह चिकित्सा विकसित करने की संभावनाओं पर विस्तृत जानकारी दी थी। इसके बाद उनकी दखल के बाद डीएई ने नई दिल्ली के एम्स के डॉ. राजेंद्र प्रसाद नेत्र विज्ञान केंद्र के साथ सहयोग समझौता किया था।

इसके बाद एम्स आंख के कैंसर के इलाज में बार्क द्वारा विकसित की गई प्लैक का इस्तेमाल करने पर सहमत हुआ था। इस साल सितंबर में इस पट्टिका की सहायता से एक मरीज का इलाज किया गया था और नतीजे संतोषजनक मिले थे।
स्रोत <pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1684400>