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सरकार की पहल से बागपत समेत 10 जिलों की दस्तकारी को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में नई पहचान मिलेगी। केंद्र सरकार के सहयोग से 23 दिसंबर से कोलकाता में शुरू होने वाले सरस मेला में बागपत के हैंडलूम उत्पादों के प्रदर्शन एवं बिक्री को स्टाल आवंटित हो गई है। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में स्वयं सहायता समूह गठित कराकर महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा रहा है।

सरकार केवल आर्थिक मदद देने के साथ महिला स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की बिक्री को बाजार उपलब्ध कराने में कसर नहीं छोड़ रही। अब बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर, प्रतापगढ़, मऊ, वाराणसी, खीरी, हाथरस, एटा व कानपुर देहात के दस्तकारों को उत्पादों के प्रदर्शन एवं बिक्री को 23 दिसंबर 2020 से तीन जनवरी 2021 तक कोलकाता के सरस मेला में स्टाल आवंटित की गई हैं।

राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के संयुक्त निदेशक मथुरा प्रसाद मिश्र ने संबंधित सीडीओ को चयनित दस्तकारों को उनके उत्पादों समेत कोलकाता मेला में प्रतिभाग कराने को लिखा। आने जाने का खर्च का सरकार वहन करेगी। बागपत के हैंडलूम उत्पाद- बेडशीट, खेस, चादर, कुशन कवर, तकिया कवर, झोले, पायदान, शर्ट पायजमा, कुशन कवर आदि गृह सज्जा के उत्पादों का स्टाल कोलकाता में लगेगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त ब्रजभूषण सिंह ने कहा कि महिला स्वयं सहायता समूह का चयन कर कोलकाता भेजने की कार्रवाई की जा रही है।

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