केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कल मोहाली में प्रमुख राष्ट्रीय कृषि-खाद्य जैव प्रौद्योगिकी संस्थान (नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट – एनएबीआई) में अपनी तरह की पहली “नेशनल स्पीड ब्रीडिंग क्रॉप फैसिलिटी” का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा की किसानों को अब अपनी फसल को गुणात्मक के साथ-साथ मात्रात्मक रूप से भी बेहतर बनाने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने ने कहा की “जैव प्रौद्योगिकी त्वरित बीज (बायोटेक्नोलॉजी स्पीडी सीड्स) सुविधा भारत के सभी राज्यों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी लेकिन यह विशेष रूप से उत्तर भारतीय राज्यों जैसे पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के लिए उपयोगी होगी। उन्होंने आगे कहा की “यह सुविधा उन्नत फसल की प्रजातियों के विकास में तेजी लाकर फसल सुधार कार्यक्रमों में परिवर्तनकारी बदलावों को बढ़ाएगी जो जलवायु परिवर्तन के दौरान स्वयं को बनाए रख सकती हैं और स्पीड ब्रीडिंग फसल विधियों के कार्यान्वयन के साथ बड़ी जनसंख्या की भोजन और पोषण संबंधी मांग में योगदान कर सकती हैं”।
उन्होंने ने कहा कि “एनएबीआई के डीबीटी संस्थान ने ‘जलवायु प्रतिरोधी फसलों’ की तकनीक विकसित की है, इन प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके किसानों को किसी विशेष मौसम में फसल उगाने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा, बल्कि उन्हें जलवायु अनुकूलता की परवाह किए बिना खेती करने की स्वतंत्रता होगी।
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