गोला बारूद की सुविधा के साथ टारपीडो सह मिसाइल बार्ज नौका, एलएसएएम 18 (यार्ड 128) अर्थात 11 x गोला बारूद सह टारपीडो सह मिसाइल (एसीटीसीएम) बार्ज परियोजना की चौथी बार्ज नौका का 28 फरवरी 2024 को ठाणे के मेसर्स सूर्यदिप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड में जलावतरण किया गया

भारतीय नौसेना के लिए ठाणे के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम शिपयार्ड, मेसर्स सूर्यदिप्ता प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 11 एक्स एसीटीसीएम बार्ज परियोजना के तहत निर्मित चौथी बार्ज नौका, यानी कि ‘गोला बारूद की सुविधा के साथ टारपीडो सह मिसाइल बार्ज नौका, एलएसएएम 18’ का जलावतरण 28 फरवरी 2024 को किया गया था। पोत निर्माण निदेशालय के कमांडर शिरीष दुबे ने नए जहाज को समुद्री जल में उतारने के समारोह की अध्यक्षता की।

11 एक्स एसीटीसीएम बार्ज नौकाओं के निर्माण के उद्देश्य हेतु आवश्यक अनुबंध पर रक्षा मंत्रालय और मेसर्स सूर्यदीप्त प्रोजेक्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, ठाणे के बीच 05 मार्च 2021 को हस्ताक्षर किए गए थे। इन नौकाओं की उपलब्धता से भारतीय नौसेना के युद्धपोतों को समुद्री खाड़ियों एवं घाटियों तथा बाहरी बंदरगाहों पर आवागमन के साथ-साथ सामान/गोला-बारूद के परिवहन, चढ़ाने व उतारने की सुविधा प्रदान करके भारतीय नौसेना की परिचालन प्रतिबद्धताओं को गति मिलेगी।

ये सभी नौकाएं वर्तमान में प्रासंगिक नौसेना के नियमों और भारतीय शिपिंग रजिस्टर के विनियमन के तहत स्वदेशी रूप से तैयार तथा निर्मित की गई हैं। इनके डिजाइन चरण के दौरान बार्ज नौका का मॉडल परीक्षण विशाखापत्तनम में नौसेना विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला में किया गया था। ये सभी छोटे पोत भारत सरकार की मेक इन इंडिया पहल के गौरवशाली ध्वजवाहक हैं।

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