भारत की अग्रणी एकीकृत विद्युत कंपनी एनटीपीसी लिमिटेड ने कोयला-खनन सहायक कंपनी एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड (एनएमएल) के माध्यम से एक और उपलब्धि प्राप्त की है। कंपनी ने 100 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) कोयला उत्पादन के आंकड़े को पहली बार पार किया है। एनटीपीसी लिमिटेड ने यह उपलब्धि 25 फरवरी, 2024 को प्राप्त किया है, जिस दिन एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड ने कुल 100.04 एमएमटी कोयले का उत्पादन किया।

यह आंकड़ा 1 जनवरी, 2017 के बाद पहली बार प्राप्त किया गया है, जब इसके पहले कोयले खान पकरी बरवाडीह में कोयला उत्पादन शुरू हुआ। यह उल्लेखनीय है कि विशेष रूप से पहला 50 एमएमटी कोयला उत्पादन के आंकड़े को 19 जून, 2022 को यानी 1,995 दिनों में प्राप्त किया गया था। वहीं, अगले 50 एमएमटी कोयला उत्पादन को इसकी तुलना में एक तिहाई से भी कम समय में यानी केवल 617 दिनों में प्राप्त किया गया।

यह उत्कृष्ट प्रदर्शन एनटीपीसी माइनिंग के अपने कैप्टिव खानों से कोयला उत्पादन को बढ़ाने के संबंध में निरंतर प्रतिबद्धता को दिखाता है। इस तरह यह सहायक कंपनी एनटीपीसी की ईंधन सुरक्षा में योगदान करने के साथ देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोयले की कुशल आपूर्ति सुनिश्चित करती है।  वर्तमान में एनटीपीसी माइनिंग लिमिटेड के पास पांच परिचालित कैप्टिव कोयला खानें हैं। ये हैं- झारखंड में पकरी बरवाडीह, चट्टी बरियातू व केरेडारी कोयला खानें, ओडिशा में दुलंगा कोयला खान और छत्तीसगढ़ में तलाईपल्ली कोयला खान।

कोयला उत्पादन में निरंतर बढ़ोतरी प्राप्त करने के लिए एनटीपीसी ने कई रणनीतियों और प्रौद्योगिकियों को लागू किया है। इनमें सख्त सुरक्षा उपायों को अपनाना, बेहतर खान योजना, उपकरण स्वचालन, कार्यबल प्रशिक्षण और निरंतर निगरानी व विश्लेषण प्रणालियों का कार्यान्वयन शामिल है। एनएमएल ने वर्ष 2030 तक हर साल 100 एमएमटी कोयले का उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

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