प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज लक्षद्वीप के कावारत्ती में प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, जल संसाधन, स्वास्थ्य देखभाल और शिक्षा सहित कई क्षेत्रों को शामिल कर 1,150 करोड़ रुपये से अधिक की विभिन्न विकासात्मक परियोजनाओं के बीच कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीप समूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (केएलआई-एसओएफसी) परियोजना का उद्घाटन किया।

केएलआई-एसओएफसी परियोजना से इंटरनेट स्पीड में वृद्धि होगी जिससे नई संभावनाएं और अवसर खुलेंगे। आजादी के बाद पहली बार लक्षद्वीप को सबमरीन ऑप्टिक फाइबर केबल से जोड़ा जाएगा। समर्पित सबमरीन ओएफसी लक्षद्वीप द्वीपों में संचार बुनियादी ढांचे में एक आदर्श बदलाव सुनिश्चित करेगी, जिससे तेज और अधिक विश्वसनीय इंटरनेट सेवाएं, टेलीमेडिसिन, ई-गवर्नेंस, शैक्षिक पहल, डिजिटल बैंकिंग, डिजिटल मुद्रा उपयोग, डिजिटल साक्षरता आदि सक्षम होंगी।

सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने 2020 में 1,000 दिनों के भीतर तेज़ इंटरनेट सुनिश्चित करने के बारे में उनके द्वारा दी गई गारंटी को याद किया। उन्होंने कहा, “कोच्चि-लक्षद्वीप द्वीपसमूह सबमरीन ऑप्टिकल फाइबर कनेक्शन (केएलआई-एसओएफसी) परियोजना आज लोगों को समर्पित कर दी गई है और यह लक्षद्वीप के लोगों के लिए 100 गुना तेज इंटरनेट सुनिश्चित करेगी।” उन्होंने कहा, “इससे सरकारी सेवाओं, चिकित्सा उपचार, शिक्षा और डिजिटल बैंकिंग जैसी सुविधाओं में सुधार होगा। लक्षद्वीप को लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित करने की संभावना को इससे ताकत मिलेगी।”

प्रधानमंत्री ने लक्षद्वीप के लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार उनके जीवन में सुगमता, यात्रा में आसानी और व्यापार करने में सुगमता सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठाती रहेगी। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि “लक्षद्वीप विकसित भारत के निर्माण में एक मजबूत भूमिका निभाएगा”।

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