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उन्नाव में पेशे से शिक्षिका निशा तोमर बेटियों को खेल में भी निपुण बना रही हैं। वह स्कूल में उन्हें आत्मरक्षा के गुर भी सिखाती हैं, जिससे उनका सर्वांगीण विकास हो सके। खुद नेशनल लेवल पर पदक जीतने वाली निशा अब तक सौ से अधिक महिलाओं को साहस के साथ आत्मनिर्भर बना चुकी हैं। सुमेरपुर ब्लॉक के परिषदीय विद्यालय में शिक्षिका निशा तोमर निजी प्रयासों से छात्र-छात्राओं का हुनर तराशने का प्रयास करती हैं। उनके इन प्रयासों के लिए अधिकारी उन्हें सम्मानित कर चुके हैं।
निशा शिक्षा के अलावा खेल और सुरक्षा पर भी ध्यान देती हैं। निशा खो-खो, कब्बड्डी, एथलेटिक्स, वॉलीबाल, ताइक्वांडो में नेशनल लेवल पर कई बार पदक जीत चुकी हैं। निशा ने अपनी इस प्रतिभा को अपने तक ही सीमित नही रखा बल्कि तमाम बेटियों को भी इसमें आगे किया। मौजूदा समय में वह बेटियों को ऑनलाइन व ऑफलाइन मार्शल आर्ट, ताइक्वांडो की ट्रेनिंग दे रही हैं। रोटी से रोजगार मिशन में निशा जिला क्रीड़ा संयोजिका (अध्यक्ष) के पद पर भी कार्यरत हंै। इसके तहत उन्होंने तमाम महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाया। इसके अलावा महाविद्यालयो के प्रवक्ताओं व बालिकाओ को मिशन शक्ति के तहत प्रशिक्षण दिया। इनके प्रशिक्षण को प्रदेश में पहली बार किसी शिक्षिका का चयन हुआ। निशा ने मिर्जापुर, कानपुर, लखनऊ, बनारस प्रयागराज और गाजीपुर के कई महाविद्यालयों में प्रशिक्षण दिया।