केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने गुरुवार, 27 अप्रैल को IIT मद्रास में एक शोध सुविधा का उद्घाटन किया। वीणा और प्रताप सुब्रह्मण्यम सेंटर फॉर डिजिटल इंटेलिजेंस, सिक्योरिटी हार्डवेयर एंड आर्किटेक्चर (V&PS-CDISHA) विभिन्न शोध कार्य करेगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, उभरते एआई अनुप्रयोगों को संभालने के लिए कंप्यूटर की एक नई श्रेणी के निर्माण सहित आईआईटी मद्रास द्वारा विकसित स्वदेशी माइक्रोप्रोसेसर अनुसंधान में सहायता करेगा। यह सुविधा 1985 बैच (बीटी/एमई) के आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र और क्लाउड कंप्यूटिंग कंपनी वीएमवेयर इंक के फेलो प्रताप सुब्रह्मण्यम के 6.76 करोड़ रुपये के योगदान से स्थापित की गई है।
इस अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक्स असेंबली और कौशल विकास में मैकडर्मिड अल्फा सेंटर ऑफ एक्सीलेंस नामक एक अन्य सुविधा का भी उद्घाटन किया गया। यह कुकसन इंडिया (मैकडर्मिड अल्फा) कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी (सीएसआर) गतिविधि के समर्थन से आईआईटी मद्रास के सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स सेंटर में स्थापित एक स्वचालित पीसीबी (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड) असेंबली सुविधा है।
संस्थान की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस कार्यक्रम का लक्ष्य प्रति वर्ष लगभग 1,000 इंजीनियरों और डिप्लोमा धारकों को प्रशिक्षित करना है। शिक्षुता इस कार्यक्रम का एक हिस्सा है। पीटीआई के अनुसार उद्घाटन समारोह में प्रोफेसर वी कामकोटि, निदेशक, आईआईटी मद्रास और वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।