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बीकॉम तृतीय वर्ष की छात्रा शालिनी की कारीगरी की धूम विदेश तक है। वह पिछले तीन साल से गणेश प्रतिमा, कंगन सहित कई उत्पाद बना रही हैं। बनारस की गुलाबी मीनाकारी उत्पाद को जीआई सूची में शामिल कराने में लालघाट शालिनी यादव का महत्वपूर्ण योगदान हैं। उन्होंने इस कार्य में 15 लड़कियों व महिलाओं को जोड़ा है। इससे खुद आत्म निर्भर होने के साथ दूसरों को भी आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है। उनके बनाए उत्पादों की विदेश में ज्यादा डिमांड है।

वे उत्पाद की देश भर की प्रदर्शनियों में लगाए जाते हैं। बताया कि जल्द ही कई युवतियां व महिलाएं समूह बनाकर खुद अपना काम शुरू करने जा रही हैं। शालिनी के मुताबिक पढ़ाई व कलाकारी के बीच सामंजस्य बैठाने में कभी-कभी परेशानी भी होती है। फिर भी आर्डर को समय पर देने का हमेशा प्रयास रहता है।

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