नई दुनिया में प्रकाशित

कोरोना संक्रमण के कारण जहां हर वर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहीं दिव्यांगों के सामने भी रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। वहीं शिक्षक कमलेश साहू ने आत्मनिर्भर दिव्यांग अभियान शुरू किया है। ऐसे में दिव्यांग स्वयं का रोजगार शुरू कर सकें, इस पहल को लेकर आत्मनिर्भर दिव्यांग का नारा बुलंद किया जा रहा है।

उन्होने ने बताया कि दिव्यांगों को दस, दस हजार रुपये वो निजी तौर पर दे रहे हैं, इसके लिए वो किसी भी प्रकार की शासकीय मदद नहीं ले रहे हैं। उनके मुताबिक कुछ दिव्यांगों को उन्होंने चिन्हित किया है, साथ ही अगर कोई भी जरूरतमंद दिव्यांग मदद के लिए आगे आएगा, तो उसकी भी मदद की जाएगी।

कमलेश साहू स्वयं शासकीय शिक्षक हैं, अभी तक 11वीं और 12वीं की कक्षा में पढ़ने वाली दिव्यांग छात्राओं के लिए अपने व्यय पर छात्रावास संचालित कर रहे थे, श्री साहू ने बताया कि एक सड़क हादसे में उनकी आंखों की रोशनी चली गई थी, जिसके बाद उन्होंने संकल्प लिया कि वो दिव्यांगों की मदद करेंगे, जिस प्रकार की समस्या का सामना उन्हें करना पड़ा, उस प्रकार किसी दूसरे व्यक्ति को समस्या का सामना न करना पड़े।

फिलहाल आत्म निर्भर दिव्यांग के इस अभियान के लिए उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति या स्वयंसेवी संगठन मदद के लिए आगे आएगा, तो उन लोगों से भी मदद ली जाएगी, व्यक्तिगत स्तर पर जितने लोगों की मदद संभव है की जाएगी।

स्रोत