दलाजिकलडाटइन में प्रकाशित
हम आपको एक ऐसे ही युवा किसान के बारें में बताने जा रहें हैं जो माइक्रोसॉफ्ट जैसी बड़ी कम्पनी की नौकरी छोड़ कर कटहल की खेती करने लगे। कटहल खाने के बहुत अधिक फायदे हैं। आइये जानते हैं, ऐसे शख्स के बारे में जो माइक्रोसॉफ़्ट की नौकरी छोड़कर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद कटहल की खेती कर रहें हैं।
जेम्स जोशेफ केरल के कोची में रहते हैं। उनकी उम्र 49 वर्ष है। वे माइक्रोसॉफ़्ट कम्पनी में काम करते थे। लेकिन विश्व में कटहल को मशहूर करने के लिये उन्होंनें अपनी नौकरी छोड़ दी। कटहल का इस्तेमाल फल और सब्जी दोनों के रूप में किया जाता है।इसमें कई तरह के पौष्टिक तत्व पाये जाते है, जैसे विटामिन A, विटामिन C, कैल्शियम (Calcium), आयरन (Iron), जिंक (Zinc), पोटैशियम (Potassium), थायमिं फाईबर।
इसके सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है तथा यह दिल की बीमारियों में भी मददगार साबित होता है। कटहल अस्थमा, थायराईड तथा इन्फेक्शन में बहुत लाभकारी है। इसके साथ ही शरीर की हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है तथा इम्युनीटी को भी बढ़ाता है।
जेम्स 5 वर्ष बाद कटहल का आटा बनाने में सफल हुए। लेकिन अभी उनकी परेशानी खत्म नहीं हुईं थी क्यूंकि उन्हें ऐसा आटा तैयार करना था जो उत्तर भारत में रोटी बनाने के काम आ सके और दक्षिण भारत मे डोसा और ईडली। उनका परिश्रम असर दिखाया और आखिरकार आटा बनकर तैयार हो गया।
इस कटहल के आटे की कीमत 10 रुपये है। कटहल की प्रोसेसिंग करने के बारें में सोचा तब उन्हें जानकारी मीली कि इसमे पानी की मात्रा अधिक होती है। कटहल को स्टोर करने के लिये फ्रिज-ड्रायर की मदद से सालों भर स्टोर कर के रखा जा सकता है। इससे यह वर्ष भर बाजार में उपलब्ध भी रहेगा।
उन्होने ने अपने प्रोसेसिंग यूनिट-अप और बिजनेस का नाम “JACKFRUIT-365” रखा है, बिजनेस की शुरुआत 2013 में की थी। उस वक्त उन्होंने कटहल को प्रोसेसिंग कर सिर्फ स्टोर रखने का कार्य कर रहे थे।180 ग्राम के पैकेट को सामान्य तापमान पर साल भर स्टोर कर के रखा जा सकता है।
जब कोई कस्टमर हल्के गर्म पानी में यह डालेगा तो उसे 1 किलो कटहल की प्राप्ती होगी। जेम्स के फ्रोजेन कटहल का काम सफल हुआ उसके बाद उन्होंने कटहल का आटा लांच किया। जेम्स को “नेशनल स्टार्टअप इंडिया अवार्ड” भी मिल चुका है। । जेम्स ने पूर्व राष्ट्रपति डॉ. कलाम से प्रेरणा लेकर कटहल सामान्य डाईट में सम्मिलित करने के बारें में विचार किया। जेम्स ने अपनी एक पुस्तक “गॉड ऑन ऑफिस” छपवाई।
इस पुस्तक ने डॉ. कलाम को बेहद प्रभावित किया और उन्होने जेम्स को मिलने के लिये बुलाया। जेम्स ने बताया कि कुछ समय शान्त रहने के बाद उन्होंने कहा कि हमें लोगों के दैनिक खानपान में जोड़ने के लिये विचार करना चाहिए। यदि रास्ता मिल गया तो मैं आपकी मार्केटिंग मे सहायता करूंगा। लेकिन बहुत दुख की बात है कि डॉ. कलाम हमारे बीच नहीं रहे। लेकिन उनकी शुभकामनाएं हमेशा साथ रहेगी।
डाईबिटीज रोगियों के लिये कार्बोहाइड्रेट का कटहल अच्छा है। कटहल मे ग्लुकोज गेहूं और चावल से बहुत कम मात्रा में होता है। यह शुगर को कम करता है और आसानी से पचता भी है। जेम्स ने 2018 में इसे प्रयोग करने के बारें में सोचा। डॉ. नायर जो डायबीटीज के मरीज हैं, उन्होंने इस आटे का सेवन किया जिससे उनका शुगर कम होने लगा तथा फोर्ब्स और कोलेस्ट्राल में भी कमी आई।
नायर ने बताया कि उन्होंने दवाई के साथ-साथ आटे का सेवन भी शुरु किया। उन्हें महसूस हुआ कि आटा और शुगर की 2 गोली शुगर को कम कर रहें हैं। 3 माह खाने के बाद उनका टेबलेट और इन्सुलिन इन्टेक कम हो गया। अब वे 4 माह से सिर्फ आटे का सेवन कर रहें हैं और कोई दवाई नहीं खाते हैं।
अमेरिकन डाइबिटीज एसोसिएशन ने बताया कि कटहल से हीमोग्लोबिन, FBG और PPG कम होता है। डाइबिटीज मरीजों को नियमित रूप से इसका सेवन करना चाहिए।