केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू संभाग के उधमपुर में भूकंप विज्ञान वेधशाला का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि उधमपुर अब पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय द्वारा नवीनतम उन्नत भूकंपीय वेधशाला की स्थापना के साथ विश्व भूकंपीय मानचित्र पर उभरा है।

वेधशाला को लोगों को समर्पित करते हुए मंत्री ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी आधारित विकास को प्राथमिकता देकर और विज्ञान विभागों को पर्याप्त बजट आवंटित करके वैज्ञानिक कार्यक्रमों पर नए सिरे से जोर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 7-8 वर्षों में जिन विभागों को पहले उचित महत्व नहीं मिला, उन्हें प्राथमिकता दी जाती है।  उन्होंने कहा कि ऐसा ही एक विभाग पृथ्वी विज्ञान विभाग सबसे आगे लाया गया है जो पहले गुमनामी में काम करता था।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर विशेष रूप से दक्षिण और उत्तरी कश्मीर में भूकंपीय क्षेत्र में है जहां ऐसी वेधशालाएं स्थापित की गई हैं। डॉ. सिंह ने बताया कि उधमपुर जम्मू-कश्मीर में तीसरा स्थान है जहां अब इस तरह के भूकंपीय अवलोकन दर्ज किए जाएंगे।

उन्होने ने आगे कहा कि भारत के पास लगभग 6,000 किमी की एक बहुत लंबी तटरेखा है और यह एकमात्र ऐसा देश है जिसके नाम पर एक महासागर है। उन्होंने कहा कि यह हमारे गौरवशाली अतीत और एक उज्ज्वल भविष्य का प्रतीक और विरासत है, जिसकी ओर भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में रीयल-टाइम डेटा मॉनिटरिंग और डेटा संग्रह में सुधार के लिए देश भर में ऐसे 100 और भूकंप केंद्र खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारत भूकंपीय प्रगति और समझ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के करीब पहुंच रहा है।

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