Category: Innovation

भारतीय खगोलविदों का सुपरनोवा विस्फोट तंत्र अध्ययन

भारतीय खगोलविदों की एक टीम ने इस तरह के सुपरनोवा का अवलोकन करके ऐसे सुपरनोवा के विस्फोट के संभावित तंत्र के बारे में पता लगाया है, जोकि ब्रह्मांड संबंधी दूरियों…

डीआरडीओ में हेलीकॉप्टर के लिए क्रिस्टल ब्लेड विकसित

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन – डीआरडीओ ने सिंगल क्रिस्टल ब्लेड प्रौद्योगिकी विकसित की है और इनमें से 60 ब्लेड की आपूर्ति हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड – एचएएल को हेलीकॉप्टर इंजन…

डीआरडीओ ने किया स्वदेश ऑक्सीजन वितरण प्रणाली का विकास

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ने दुर्गम पहाड़ियों में अत्यधिक ऊंचाई वाले इलाकों पर तैनात सैनिकों के लिए एसपीओ2 (SpO2- ब्लड ऑक्सीजन सैचुरेशन) आधारित पूरक ऑक्सीजन वितरण प्रणाली विकसित की…

हाइड्रोजन सल्फाइड गैस का पता लगाने के लिए नई इलेक्ट्रॉनिक नाक विकसित

वैज्ञानिकों ने बायोडिग्रेडेबल बहुलक (पॉलीमर) और एकलक (मोनोमर) से लैस एक इलेक्ट्रॉनिक नाक विकसित की है, जो दलदली क्षेत्रों और सीवरों में उत्पन्न होने वाली एक जहरीली, संक्षारक और ज्वलनशील…

सीएसआईआर-सीएमईआरआई ने विकसित की स्वदेश ऑक्सीजन

ऑक्सीजन संवर्धन इकाई एक उपकरण है, जो हमारे आस-पास की हवा से ऑक्सीजन को इकट्ठा करता है और ऑक्सीजन-समृद्ध हवा की आपूर्ति के लिए उसमें से नाइट्रोजन को हटाता है।…

डीआरडीओ ने की एक नई टेक्‍नोलॉजी विकसित

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने दुश्मन के मिसाइल हमले के खिलाफ नौसेना के जहाजों की सुरक्षा के लिए एक उन्नत शैफ टेक्‍नोलॉजी विकसित की है। डीआरडीओ प्रयोगशाला, डिफेंस…

आम की नई किस्म विकसित, जो साल भर फल देती है

राजस्थान में कोटा के एक किसान श्रीकिशन सुमन (55) ने आम की ऐसी किस्म विकसित की, जो सालभर फल देती है। इसका नाम है ‘सदाबहार’। इसे आम की बौनी किस्म…

डीआरडीओ ने बनाया हल्के वजन वाले बुलेट प्रूफ जैकेट

जानकारी के मुताबिक रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन ( DRDO) ने गुरुवार को कहा कि उसने कम वजन की बुलेटप्रूफ जैकेट बनाई है। इस जैकेट को कानपुर स्थित प्रयोगशाला में…

सूरत और दीव के बीच क्रूज सेवा की शुरुआत

सूरत और दीव के बीच अपनी तरह की पहली क्रूज सेवा प्रारम्भ हुई। क्रूज़ सेवा को इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से झंडी दिखाकर रवाना किया गया ओर कहा है कि जल परिवहन,…

500 से अधिक ड्रोन से खत्म होगा संपत्ति विवाद

इकनॉमिक टाइम्स में प्रकाशित सबसे बड़े हवाई सर्वेक्षणों में से एक में, 83 करोड़ से अधिक भारतीयों की आवासीय संपत्तियों को मान्य करने के लिए देश के लगभग 6 लाख…