ऑक्सीजन संवर्धन इकाई एक उपकरण है, जो हमारे आस-पास की हवा से ऑक्सीजन को इकट्ठा करता है और ऑक्सीजन-समृद्ध हवा की आपूर्ति के लिए उसमें से नाइट्रोजन को हटाता है। एकत्र की गई ऑक्सीजन को ऑक्‍सीजन मास्क या नाक में लगाए जाने वाले केनूला के जरिये उन रोगियों को दी जाती है, जिन्‍हें श्‍वास संबंधी बीमारियां हैं। इस उपकरण को सुदूरवर्ती स्थानों, घरों या अस्पताल में ऐसे रोगियों के लिए इस्‍तेमाल किया जा सकता है, जो क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), क्रोनिक हाइपॉक्‍सेमिया और पल्मोनरी एडिमा से पीडि़त हैं। इसका इस्‍तेमाल निंद्रा संबंधी गंभीर विकार-स्लीप एपनिया के इलाज के लिए किया जा सकता है।

सीएसआईआर-सीएमईआरआई की स्वदेश में विकसित ऑक्सीजन संवर्धन इकाई प्रेशर स्विंग ऐड्सॉर्प्शन (पीएसए) और जियोलाइट कॉलम के सिद्धांत पर काम करता है, ताकि कुछ दबाव के तहत हवा से नाइट्रोजन को चुनिंदा रूप से हटाया जा सके, जिससे ऑक्सीज़न जमा होने में वृद्धि होती है। ऑक्सीजन संवर्धन इकाई के उपतंत्र कंप्रेसर, सोलनॉयड संचालित 3/2 वाल्व, फ्लो मीटर और प्री-फिल्टर हैं। कंप्रेसर मॉड्यूल में दबाव वाली हवा को डालता है और ऑक्सीजन नाइट्रोजन के बेहतर पारगमन के कारण इसमें फैल जाती है। हवा में मौजूद निलंबित कणों, वायरस, बैक्टीरिया को उपलब्ध एचईपीए फिल्टर द्वारा फ़िल्टर किया जाता है। सीएसआईआर-सीएमईआरआई द्वारा विकसित ऑक्सीजन संवर्धन इकाई 30 एलपीएम ऑक्सीजन समृद्ध हवा देने में सक्षम है, जो अन्य व्यावसायिक रूप से उपलब्ध इकाइयों में मौजूद नहीं है। मशीन 0.5 आईपीएम की  सटीकता के साथ प्रवाह को नियंत्रित कर सकती है। यह सुविधा हाई फ्लो ऑक्सीजन थेरेपी में मदद करेगी, जो कि कोविड-19 रोगियों के उपचार और प्रबंधन में एक बेहतर विधि साबित हुई है।

व्यावसायिक रूप से उपलब्ध ऑक्सीजन संवर्धन इकाइयाँ आमतौर पर समुद्र तल से 8000 फुट तक काम करती हैं। एक वैकल्पिक प्लग-इन मॉड्यूल के साथ, यह इकाई फ्लोरेट पर पैनल्‍टी के साथ 14000 फुट की ऊंचाई तक काम कर सकती है, जिससे आकस्मिक स्थिति में अधिक ऊंचाई वाले युद्धक्षेत्र के उपयोग के लिए यह बहुत आसान हो जाता है।

हालांकि देश में कुछ अन्य शोध प्रतिष्ठानों ने भी इस तरह की प्रणाली विकसित की है, सीएसआईआर-सीएमईआरआई की प्रणाली में 93 प्रतिशत ऑक्सीजन एकाग्रता स्तर पर बहिर्वाह है और 5 एलपीएम उस सुविधा से बहुत आगे है, जहां केवल 27-35 प्रतिशत का बहिर्वाह होता है। इकाई के प्रदर्शन के न्‍यूनतम मानदंड की बेंचमार्किंग की गई है, जो प्रतिष्ठित एमएनसी के बराबर है।

सीएसआईआर-सीएमईआरआई के निदेशक प्रो. डॉ. हरीश हिरानी ने सिस्टम के बारे में बात करते हुए कहा कि सीएसआईआर-सीएमईआरआई विकसित ऑक्सीजन संवर्धन इकाई घरों, अस्पतालों, विशेष रूप से उच्च ऊंचाई वाले इलाकों और दूरदराज के स्थानीय इलाकों में रक्षा बलों के लिए बहुत उपयोगी हो सकती है। यह कोविड-19 के रोगियों के इलाज के लिए अधिक प्रभावी और महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि यह इकाई ऑक्सीजन सिलेंडर और वेंटिलेटर की मांग को कम करने में मदद कर सकती है और वायु प्रदूषण में वृद्धि के कारण इसकी मांग बहुत तेजी से बढ़ने वाली है क्योंकि यह इष्टतम स्वस्थ वातावरण के लिए ऑक्सीजन का उचित स्तर बनाए रखने के लिए भी उपयोगी है।

इस इकाई के सामान की लागत लगभग 35,000 रुपये है। प्रौद्योगिकी को मैसर्स ज़ेन मेडिकल टेक्नोलॉजीज प्रा. लिमिटेड, रंगा रेड्डी, तेलंगाना में स्थानांतरित कर दिया गया है।

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