भारत सरकार द्वारा दक्षिण पूर्व एशियाई देश को दी गई 100 मिलियन अमरीकी डालर की लाइन ऑफ क्रेडिट के तहत निर्मित 12 हाई-स्पीड गार्ड बोट वियतनाम को सौंपी। उन्होने  ने अपनी वियतनाम यात्रा के दूसरे दिन हांग हा शिपयार्ड में एक समारोह में नावें दीं।

मुझे इस ऐतिहासिक समारोह में शामिल होने में बहुत खुशी हो रही है, जो यूएसडी के तहत 12 हाई स्पीड गार्ड नौकाओं के निर्माण की परियोजना के सफल समापन को चिह्नित करता है। भारत द्वारा 100 मिलियन डिफेंस लाइन ऑफ क्रेडिट,” उन्होंने इस कार्यक्रम में कहा। शुरुआती पांच नावों का निर्माण भारत में एलएंडटी शिपयार्ड में किया गया था और शेष सात को हांग हा शिपयार्ड में बनाया गया था। उन्होने ने कहा, “मुझे विश्वास है कि यह भारत और वियतनाम के बीच कई और सहकारी रक्षा परियोजनाओं का अग्रदूत साबित होगा।

उन्होंने कहा, “यह परियोजना हमारे ‘मेक इन इंडिया – मेक फॉर द वर्ल्ड’ मिशन का एक ज्वलंत उदाहरण है। उन्होने  ने कहा कि भारत को “बहुत खुशी” होगी यदि “वियतनाम जैसे करीबी दोस्त” रक्षा विनिर्माण क्षेत्र में देश के परिवर्तन का हिस्सा बन जाते हैं।

भारत और वियतनाम ने बुधवार को 2030 तक रक्षा संबंधों के “दायरे और पैमाने” को और व्यापक आधार देने के लिए एक विजन दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए और आपूर्ति की मरम्मत और पुनःपूर्ति के लिए अपनी सेनाओं को एक-दूसरे के ठिकानों का उपयोग करने की अनुमति देने के लिए एक रसद समर्थन समझौते को सील कर दिया।

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