केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री श्री अर्जुन मुंडा और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ भारती पवार ने आज शिंदे, नासिक, महाराष्ट्र में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) के निर्माण की आधारशिला रखी। प्रस्तावित ईएमआर स्कूल का उद्देश्य नासिक के दूरदराज के आदिवासी इलाकों में आदिवासी छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुलभ बनाना है।
उद्घाटन के अवसर पर बोलते हुए, श्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि शिंदे में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय की योजना जनजातीय मामलों के मंत्रालय द्वारा आसपास के आदिवासी क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बनाई गई है। उन्होंने कहा, ‘ईएमआर स्कूल सीबीएसई पाठ्यक्रम का पालन करेगा’।
केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री ने यह भी कहा कि ईएमआरएस पूरे भारत में भारतीय जनजातियों (एसटी, अनुसूचित जनजाति) के लिए मॉडल आवासीय स्कूल बनाने की एक योजना है। उन्होंने कहा, ‘पूर्वोत्तर, छत्तीसगढ़, गुजरात, ओडिशा सहित विभिन्न राज्यों में इसी तरह के स्कूलों की योजना बनाई गई है।
श्री अर्जुन मुंडा ने अनुसूचित जनजाति समुदाय के उत्थान के लिए प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण और उनके उत्थान के लिए उनके द्वारा परिकल्पित शिक्षा की भूमिका के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जनजातीय मामलों का मंत्रालय युद्ध स्तर पर प्रयास कर रहा है कि आदिवासी क्षेत्रों में छात्रों को अच्छी गुणवत्ता की शिक्षा मिले।
केन्द्रीय मंत्री को यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आस-पास के आदिवासी किसान अंगूर, स्ट्रॉबेरी, प्याज आदि की खेती में लगे हुए हैं और उन्हें अपने बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रोत्साहित किया।