केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री राम चंद्र प्रसाद सिंह ने वैश्विक स्तर पर स्टर्लिंग प्रदर्शन के लिए भारतीय इस्पात उद्योग को बधाई दी और उन्हें वर्ष 2022 में इस स्तर के प्रदर्शन को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उत्पादन की ऐसी गति भारत को 500 मिलियन टन उत्पादन क्षमता के लक्षित स्तर तक पहुंचने में मदद करेगी।
वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन द्वारा 22 अप्रैल को जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया के शीर्ष 10 इस्पात उत्पादक देशों में एकमात्र देश है, जिसने पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में जनवरी से मार्च 2022 की अवधि में इस्पात उत्पादन में वृद्धि दर्ज की है। भारत ने इस अवधि में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 31.9 मिलियन टन स्टील का उत्पादन किया है। मार्च 2022 में भारत में 10.9 मिलियन टन स्टील के उत्पादन के साथ विकास दर 4.4 प्रतिशत है। शीर्ष 10 देशों में ब्राजील एकमात्र अन्य देश है जिसने मार्च के महीने में वृद्धि दर्ज की है।
उल्लेखनीय है कि इस्पात मंत्री ने इस सप्ताह की शुरुआत में सार्वजनिक क्षेत्र और निजी क्षेत्र की स्टील कंपनियों के साथ अलग-अलग बैठकें की और उनके पूंजीगत व्यय, उत्पादन लक्ष्य और भविष्य की योजनाओं की समीक्षा की। उन्होंने उन्हें भविष्य के लिए रणनीतिक योजना बनाते समय 2070 तक भारत की कार्बन न्यूट्रल प्रतिबद्धता, हाइड्रोजन मिशन और स्वच्छ और हरित इस्पात को ध्यान में रखने का आह्वान किया। इस्पात उद्योग के प्रतिनिधियों ने इस्पात मंत्रालय के नेतृत्व और अधिकारियों को निरंतर मार्गदर्शन और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया जो उन्हें मिल रहा है।