नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री पेमा खांडू ने आज हवाई अड्डों और उन्नत लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) को जोड़ने के लिए मेड इन इंडिया एचएएल डोर्नियर डीओ-228 की पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उड़ान असम के डिब्रूगढ़ से अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट और अंत में असम के लीलाबाड़ी के लिए परिचालित होगी।
सार्वजनिक क्षेत्र की एयरलाइन कंपनी एलायंस एयर ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे, जो रक्षा मंत्रालय के तहत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई है, जो भारत में बने डोर्नियर विमान को संचालित करने के लिए है, जिसे हिंदुस्तान विमान कहा जाता है। यह पहल भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी “आत्मनिर्भर भारत” के दृष्टिकोण के अनुरूप है। इसके साथ, एलायंस एयर नागरिक संचालन के लिए भारतीय निर्मित विमान उड़ाने वाली पहली वाणिज्यिक एयरलाइन बन गई है।
भारत में बने डीओ-228 की तैनाती चरणबद्ध तरीके से की जाएगी। पहले चरण में डिब्रूगढ़ में तेजू, पासीघाट और जीरो को जोड़ने के लिए 2 हिंदुस्तान विमान तैनात किए जाएंगे। कार्यक्रम के दूसरे चरण में मेचुका, तूतिंग और विजय नगर को जोड़ने की योजना बनाई गई है। आने वाले 15 दिनों में, एयरलाइन तेजू को जोड़ देगी और उसके बाद, 30 दिनों के भीतर, जीरो के लिए हवाई संपर्क शुरू हो जाएगा।
इसके अलावा, अरुणाचल प्रदेश में, 6 महीने के भीतर, होलोंगी में एक नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का 645.63 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ उद्घाटन किया जाएगा।