वित्तीय क्षेत्र और अर्थव्यवस्था को डिजिटाइज़ करने की भारत सरकार की रणनीति के एक भाग के रूप में, पिछले कुछ वर्षों में डिजिटल भुगतान लेनदेन में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले चार वर्षों में, डिजिटल भुगतान लेनदेन वित्त वर्ष 2018-19 में 3,134 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2020-21 में 5,554 करोड़ हो गया है। चालू वित्त वर्ष यानी वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान, 28 फरवरी, 2022 तक कुल 7422 करोड़ डिजिटल लेनदेन की सूचना मिली है। भारत इंटरफेस फॉर मनी-यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (भीम-यूपीआई) नागरिकों के पसंदीदा भुगतान मोड के रूप में उभरा है। और 28 फरवरी 2022 तक 8.27 लाख करोड़ रुपये के मूल्य के साथ 452.75 करोड़ डिजिटल भुगतान लेनदेन का रिकॉर्ड हासिल किया है।