राष्ट्रीय खनिज विकास निगम, देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक एनएमडीसी लिमिटेड ने ड्रोन आधारित खनिज अन्वेषण के लिए आईआईटी खड़गपुर के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। नएमडीसी देश में खनिज अन्वेषण के लिए ड्रोन आधारित भूभौतिकीय सर्वेक्षण और हाइपरस्पेक्ट्रल अध्ययन करने वाला भारत का पहला केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (सीपीएसई) होगा।

इस सहयोग से खनन प्रौद्योगिकी पर खनिज उत्खनन और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के लिए सॉफ्टवेयर स्पेक्ट्रल टूल का विकास होगा।  NMDC और IIT खड़गपुर खनन के लिए ड्रोन का उपयोग करके अन्वेषण के लिए वर्णक्रमीय उत्पादों, विधियों और एल्गोरिदम विकसित करेंगे।

इस सहयोग से खनन प्रौद्योगिकी पर खनिज उत्खनन और क्षमता निर्माण कार्यक्रमों के लिए सॉफ्टवेयर स्पेक्ट्रल उपकरणों के विकास को बढ़ावा मिलेगा। कंपनी अपनी प्रमुख लौह उत्पादक इकाइयों अर्थात छत्तीसगढ़ के बैलाडीला सेक्टर और कर्नाटक में बेल्लारी-होस्पेट क्षेत्र में डोनिमलाई से लगभग 35 मिलियन टन प्रतिवर्ष लौह अयस्क का उत्पादन कर रही है।

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