पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने डीप ओशन मिशन (DOM) लॉन्च किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) डीप ओशन मिशन के कार्यान्वयन के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के सहयोगियों में से एक है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त संस्थान, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशन टेक्नोलॉजी (एनआईओटी) तीन मानवों को 6000 मीटर समुद्र की गहराई तक ले जाने की क्षमता वाला एक मानवयुक्त पनडुब्बी विकसित कर रहा है।
इसरो का विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) मानवयुक्त पनडुब्बी के लिए 2.1 मीटर व्यास के टाइटेनियम मिश्र धातु मानव क्षेत्र को विकसित करने में शामिल है। डीप ओशन मिशन की कुल अनुमानित लागत रु. पांच साल (2021 से 2026) की अवधि के लिए 4077 करोड़।