आंध्र प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री जगन मोहन रेड्डी ने 27 फरवरी 22 को नौसेना डॉकयार्ड में आयोजित एक औपचारिक समारोह में आईएनएस विशाखापत्तनम को समर्पित किया, जो देश में ही डिजाइन और निर्मित निर्देशित मिसाइल स्टील्थ विध्वंसक है, जिसका नाम डेस्टिनी सिटी – विशाखापत्तनम के नाम पर रखा गया है। जहाज है पीएफआर और मिलन 2022 में भाग लेने के लिए बंदरगाह की अपनी पहली यात्रा पर।
उन्होने ने कहा कि विशाखापत्तनम का नाम, जिसे भाग्य के शहर के रूप में जाना जाता है, अब राष्ट्र के इतिहास के साथ आगे बढ़ेगा, क्योंकि युद्धपोत, आईएनएस विशाखापत्तनम को हाल ही में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था।
आईएनएस विशाखापत्तनम निर्देशित मिसाइल स्टील्थ विध्वंसक के पी15बी वर्ग का प्रमुख जहाज है और इसे 21 नवंबर 21 को कमीशन किया गया था। यह जहाज भारत की परिपक्व जहाज निर्माण क्षमता और ‘आत्मनिर्भर भारत’ को प्राप्त करने की दिशा में मेक इन इंडिया पहल की खोज का प्रतीक है। जहाज का चालक दल उसके आदर्श वाक्य ‘यशो लाभवा’ का पालन करता है – एक संस्कृत वाक्यांश जो ‘महिमा प्राप्त करें’ का अनुवाद करता है। यह हर प्रयास में सफलता और गौरव प्राप्त करने के लिए इस शक्तिशाली जहाज की अदम्य भावना और क्षमता का प्रतीक है। आदर्श वाक्य उसके चालक दल को सभी बाधाओं को पार करने और जहाज, सेवा और राष्ट्र की महिमा को हमेशा बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है।