केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने कहा कि किश्तवाड़ की खड़खड़ जलविद्युत परियोजना को आठ वर्षों के बाद पुनर्जीवित किया गया है। उन्होने ने किश्तवाड़ जिले के लिए जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान उन्होने ने बताया कि रतले जलविद्युत परियोजना जो पिछले आठ वर्षों से पूर्व की सरकारों द्वारा रुकी हुई थी, को वर्तमान सरकार ने एनएचपीसी और जेकेएसपीडीसी के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में फिर से शुरू किया है।
उन्होने ने आगे बताया कि किश्तवाड़ 1000 मेगावाट की पाकल दुल जलविद्युत परियोजना, 624 मेगावाट की किरू जलविद्युत परियोजना और रतले जलविद्युत परियोजना को पुनर्जीवित करने के साथ जलविद्युत का केंद्र बनने जा रहा है जो भविष्य में पूरे जम्मू और कश्मीर को बिजली अधिशेष बना देगा।
उन्होने जोर देकर कहा कि वर्ष के हर तीसरे महीने समन्वय बैठकें आयोजित की जानी चाहिए ताकि कार्यान्वयन में कमियों को दूर करने के लिए जिले के निर्वाचित प्रतिनिधियों से रचनात्मक जानकारी ली जा सके।