कपड़ा मंत्रालय ने आज केंद्रीय कपड़ा मंत्री श्री पीयूष गोयल की अध्यक्षता में स्पेशलिटी फाइबर और जियोटेक्सटाइल के क्षेत्रों में 30 करोड़ रुपये की 20 रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी दी। ये रणनीतिक अनुसंधान परियोजनाएं प्रमुख कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय तकनीकी वस्त्र मिशन’ के अंतर्गत आती हैं।

20 अनुसंधान परियोजनाओं में से, स्वास्थ्य देखभाल में 5 परियोजनाओं, औद्योगिक और सुरक्षात्मक में 4 परियोजनाओं, ऊर्जा भंडारण में 3 परियोजनाओं, कपड़ा अपशिष्ट पुनर्चक्रण में 3 परियोजनाओं, और कृषि में 1 परियोजनाओं और भू टेक्सटाइल में 4 परियोजनाओं सहित विशेष फाइबर की 16 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी।

सत्र में आईआईटी, डीआरडीओ, बीटीआरए सहित कई प्रमुख भारतीय संस्थानों, उत्कृष्टता केंद्रों और सरकारी संगठनों ने भाग लिया, जिसने भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास के लिए रणनीतिक परियोजनाओं को मंजूरी दी और आतमनिर्भर भारत की दिशा में एक कदम, विशेष रूप से हेल्थकेयर, औद्योगिक में और सुरक्षात्मक, ऊर्जा भंडारण, कपड़ा अपशिष्ट पुनर्चक्रण, कृषि और बुनियादी ढाँचा।

वैज्ञानिकों और तकनीकी प्रौद्योगिकीविदों के सम्मानित समूह को संबोधित करते हुए, उन्होने ने कहा, “भारत में तकनीकी वस्त्रों के अनुप्रयोग क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास के विकास के लिए उद्योग और अकादमिक जुड़ाव आवश्यक है। शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के साथ तालमेल बनाना समय की मांग है।”

श्री पीयूष गोयल ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च मूल्य वर्धित उत्पादों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए और समस्या बयानों के आसपास विचार-मंथन की संरचना का निर्माण करना चाहिए। इसके अलावा, देश में मेगा अनुसंधान परियोजनाओं को आकर्षित करने के लिए अंतर-मंत्रालयी तालमेल की आवश्यकता है।

इससे पहले, 26 मार्च 2021 को कपड़ा मंत्रालय द्वारा 78.60 करोड़ रुपये की 11 अनुसंधान परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी।

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