केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पहले स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक का उद्घाटन किया, जिसमें देश के प्रमुख स्टार्टअप्स, उद्यमियों, निवेशकों, इन्क्यूबेटरों, फंडिंग संस्थाओं, बैंकों और नीति निर्माताओं को एक मंच के तहत उद्यमिता का जश्न मनाने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए एक मंच पर लाया गया।

उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) 10-16 जनवरी से पहली बार स्टार्टअप इंडिया इनोवेशन वीक का आयोजन कर रहा है। इस आभासी सप्ताह भर चलने वाले नवाचार उत्सव का उद्देश्य भारत की स्वतंत्रता आजादी का अमृत महोत्सव के 75 वें वर्ष का जश्न मनाना है और इसे पूरे भारत में उद्यमिता के प्रसार और गहराई को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

उन्होने  ने कहा कि उनका मंत्रालय अब एक घंटे में कम से कम चार स्टार्ट-अप को पहचानने की स्थिति में है, और सरकार ने अब तक 60,000 से अधिक स्टार्टअप को मान्यता दी है। युवा उद्यमियों, इनोवेटर्स, इन्क्यूबेटरों, फंडिंग संस्थाओं को प्रेरित करते हुए, गोयल ने कहा, “हम सभी को असफलताओं को सफलता की सीढ़ी के रूप में लेना चाहिए और तीन लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए – मेक इन इंडिया को मजबूत करना, नवाचार और युवा प्रतिभाओं को सलाह देना।”

ग्लोबल इनोवेशन हब के रूप में उभरता हुआ भारत अब दुनिया के तीसरे सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम का दावा कर रहा है। DPIIT ने अब तक 60,000 से अधिक स्टार्ट-अप को मान्यता दी है।

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