इंदिरा गांधी राष्ट्रीय उड़ान अकादमी (आईजीआरयूए) की स्थापना साल 1986 में फुरसतगंज हवाई क्षेत्र में की गई थी। वर्तमान में यह उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में स्थित है। आईजीआरयूए, सोसायटी पंजीकरण अधिनियम 1860 के तहत स्थापित एक स्वायत्त निकाय है और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के सचिव की पदेन अध्यक्षता वाली एक शासकीय परिषद इसका कामकाज देखती है।
महामारी के चलते विमानन उद्योग में मंदी के बाद संभावित तेजी के लिए तैयारियों के जरिए और केंद्र सरकार के आत्मानिर्भर भारत पहल को बढ़ावा देने के लिए आईजीआरयूए ने विमानन उद्योग की जरूरतों को पूरा करने के लिए स्नातकों की संख्या को देखते हुए उड़ान की संख्या बढ़ाने के लिए सभी संभावित प्रयास किए हैं। साल 2021 के दौरान आईजीआरयूए ने 19,000 उड़ान घंटे का कीर्तिमान बनाया। इससे पहले, पिछले पांच वर्षों के दौरान औसतन उड़ान परिणाम 15,000 घंटा प्रतिवर्ष था। वहीं, 2020 में यह 11,641 घंटा था। कोविड-19 महामारी के निरंतर प्रभाव और ताउते चक्रवात के चलते खराब मौसम की स्थिति के बावजूद आईजीआरयूए ने 2021 में 19,000 घंटे की इस उपलब्धि को प्राप्त किया। इस अवधि के दौरान, 66 कैडेटों ने पिछले वर्ष के दौरान 43 की तुलना में स्नातक किया है। इस दौरान 66 कैडेटों ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की। पिछले साल (2020) यह आंकड़ा 43 था। यह उपलब्धि तब और अधिक विशिष्ट हो जाती है, जब यह पिछले कई वर्षों के दौरान 24 की तुलना में 18 विमानों की कम बेड़े की शक्ति के साथ इसे प्राप्त किया जाता है। आईजीआरयूए ने पहले ही 2021 में रिकॉर्ड 121 कैडेटों को शामिल करके और 2022 में बेड़े की शक्ति का विस्तार करने के साथ 2022 में 25000 उड़ान घंटे के लक्ष्य को प्राप्त करने की नींव रख दी है।
वैमानिकी को बढ़ावा देने और विकसित करने के अपने प्रमुख उद्देश्य को समझते हुए आईजीआरयूए ने विमानन के कई अन्य पहलों में खुद का विस्तार किया है। इनमें सूक्ष्म व लघु श्रेणी के ड्रोन पर पेशेवर आरपीएएस पायलट बनने के लिए ड्रोन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, ड्रोन प्रशिक्षकों के लिए ‘प्रशिक्षक को प्रशिक्षित करें’ पाठ्यक्रम और अंग्रेजी भाषा दक्षता (ईएलपी) पाठ्यक्रम शामिल हैं। इसके अलावा यह विमान रखरखाव इंजीनियरिंग (एएमई) पाठ्यक्रम को शुरू करके और पीपीएल/सीपीएल व एटीपीएल के लिए डीजीसीए की परीक्षा को लेकर छात्रों को तैयार करने के लिए जमीनी प्रशिक्षण प्रदान करके अपने पोर्टफोलियो का और अधिक विस्तार कर रही है।