मेसर्स हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड, विशाखापत्तनम के साथ 50 टन बोलार्ड पुल टग्स के निर्माण के लिए अनुबंध दिनांक 14 फरवरी, 2019 को 260.70 करोड़ रुपये की लागत से संपन्न हुआ। इस श्रृंखला के तीसरे टग “बलराज” को दिनांक 31 दिसंबर, 2021 को नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम में पहुंचा दिया गया है। इन टगों को 20 साल के सैन्य जीवन की योग्यता के साथ भारतीय शिपिंग रजिस्टर (आईआरएस) के वर्गीकरण नियमों के तहत डिजाइन और निर्मित किया गया है और ये विमान वाहक जहाज़ों समेत बड़े नौसैनिक जहाजों और पनडुब्बियों की बर्थिंग, अन-बर्थिंग, तट पर एवं घिरे हुए दायरे के पानी के बीच इनका मूवमेंट करने में सक्षम हैं। यह जहाजों को पानी की सतह पर लंगरगाहों पर अग्निशमन संबंधी सहायता भी मुहैया कराते हैं तथा इनमें खोजबीन और बचाव कार्यों के लिए सीमित क्षमता है।
50 टन बोलार्ड पुल टग्स को शामिल करने से सहायक सहायता सेवाओं में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है और भारतीय नौसेना की फ्लीट परिसंपत्तियों की उच्च अभियानगत आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता में वृद्धि हुई है। स्वदेशी निर्माताओं से प्राप्त सभी प्रमुख और सहायक उपकरण / प्रणाली के साथ, ये टग “आत्मनिर्भर भारत” के अनुरूप रक्षा मंत्रालय की “मेक इन इंडिया, मेक फॉर द वर्ल्ड” पहल के गौरवशाली ध्वजवाहक हैं। टग्स “वीरन” और “बलराम” को क्रमशः दिनांक 22 अक्टूबर, 2021 और दिनांक 30 अक्टूबर, 2021 को नेवल डॉकयार्ड, विशाखापत्तनम और नेवल डॉकयार्ड, मुंबई में शामिल किया गया है। कोविड-19 महामारी की पहली और दूसरी लहर के प्रभाव के कारण उत्पन्न अभूतपूर्व चुनौतियों के बावजूद मेसर्स हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड ने भारतीय नौसेना को इन टग्स को पहुंचाने के लिए अथक और ठोस प्रयास किए हैं ।