केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री ने कल चेन्नई से आईएमयू-चेन्नई परिसर की समुद्री कार्यशाला का उद्घाटन किया और विशाखापत्तनम परिसरों के नए भवनों को वर्चुअल मोड के माध्यम से राष्ट्र को समर्पित किया। इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि भारत मैरीटाइम इंडिया विजन के माध्यम से चैंपियन का चैंपियन होगा। उन्होंने कहा, एकजुटता सभी भारतीयों द्वारा सम्मानित मूल्य है। उन्होने ने छात्रों से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपना 100% देने का आह्वान किया। छात्रों के सामने अवसरों के बारे में बोलते हुए, उन्होंने कहा, “भारत माता ने हमें प्रधान मंत्री मोदी का गतिशील नेतृत्व दिया है, जिन्होंने छात्रों के करियर के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करने के अपने आदर्श वाक्य की घोषणा की है।”
इंडियन मैरीटाइम यूनिवर्सिटी, जिसका मुख्यालय चेन्नई में है, की स्थापना 2008 में गुणवत्तापूर्ण समुद्री शिक्षा, प्रशिक्षण और अनुसंधान प्रदान करने के लिए 7 विरासत संस्थानों को मिलाकर एक केंद्रीय विश्वविद्यालय के रूप में की गई थी। IMU चेन्नई, कोच्चि, कोलकाता, मुंबई, नवी मुंबई और विशाखापत्तनम में स्थित अपने 6 परिसरों में स्नातक, स्नातकोत्तर और पीएचडी कार्यक्रम प्रदान करता है। आईएमयू से संबद्ध 18 समुद्री प्रशिक्षण संस्थान भी हैं।
इस अवसर पर सांसद श्री पी. रवींद्रनाथ (थेनी), विधायक श्री एस अरविंद रमेश, शोलिंगनल्लूर और श्री पी. शंकर, चांसलर, भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारतीय समुद्री विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. मालिनी वी शंकर ने की। श्री सुनील पालीवाल, अध्यक्ष, चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट, श्री बालाजी अरुणकुमार, उपाध्यक्ष, चेन्नई पोर्ट ट्रस्ट, श्री जे. प्रदीप कुमार, सीवीओ, आईएमयू और आईएमयू, पोर्ट और शिपिंग उद्योगों के कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।