रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को दिल्ली के इंडिया गेट पर “स्वर्णिम विजय पर्व” का उद्घाटन किया। यह आयोजन 1971 के युद्ध में भारत की ऐतिहासिक जीत और भारत-बांग्लादेश दोस्ती के 50 साल पूरे होने की याद में मनाया जाता है। 1971 के भारत बांग्लादेश युद्ध के बारे में बात करते हुए, उन्होने ने कहा, “भारत ने बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थापना में योगदान दिया है। आज हम बहुत खुश हैं कि पिछले 50 वर्षों में बांग्लादेश विकास के पथ पर आगे बढ़ा है।” रक्षा मंत्रालय के अनुसार, 1971 के युद्ध के दौरान इस्तेमाल किए गए प्रमुख हथियारों और उपकरणों को प्रमुख लड़ाइयों के अंशों के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। उद्घाटन के बाद यह कार्यक्रम आम लोगों के लिए खुला रहेगा।

अगले दो दिनों की अवधि में लाइट एंड साउंड शो, डॉग शो, हॉट एयर बैलूनिंग के अलावा कलारीपयट्टू, गटका और खुकरी नृत्य प्रदर्शन जैसे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। इस दौरान युद्ध पर आधारित फिल्में और 1971 के युद्ध के पूर्वी और पश्चिमी मोर्चे पर प्रमुख अभियानों को दर्शाने वाली एक भव्य युद्ध प्रदर्शनी भी दिखाई जाएगी। सबसे शानदार अभियानों में से चार का पुनर्निर्माण युद्ध प्रदर्शनियों के रूप में किया जाएगा, जिसमें पाकिस्तानी ठिकानों पर कब्जा करने वाले तोपों के साथ पीटी -76 टैंकों की चित्रावली और इसके मॉडल प्रदर्शित किए जाएंगे।

यह आयोजन 16 दिसंबर, 2021 को नई दिल्ली में एक भव्य समारोह में विजय ज्वाला – स्वर्णिम विजय मशाल की साल भर की यात्रा के समापन को भी चिह्नित करेगा, जिसने पूरे देश का भ्रमण किया और युद्ध के वीर सैनिकों के गांवों से मिट्टी के नमूने एकत्र किए।कार्यक्रम के दौरान बांग्लादेश के मुक्ति युद्ध मामलों के मंत्री श्री मोजम्मेल हक और मुक्ति जोधा के वीडियो संदेश प्रदर्शित किए गए।

इसके बाद वॉल ऑफ फ़ेम का अनावरण किया गया और 1971 के युद्ध के दौरान उपयोग किए गए प्रमुख हथियारों और उपकरणों के माध्यम से एक अभियान चलाया गया। समारोह का समापन 13 दिसंबर को होगा, जिसमें रक्षा मंत्री भी शामिल होंगे। बांग्लादेश सहित कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहेंगे।

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