श्रम और रोजगार मंत्री भूपेंद्र यादव ने आज अहमदाबाद, फरीदाबाद, हैदराबाद और कोलकाता में चार ईएसआईसी मेडिकल अस्पतालों में 40 वर्ष और उससे अधिक आयु के बीमित व्यक्तियों के लिए एक निवारक वार्षिक स्वास्थ्य जांच के लिए एक समर्पित पायलट कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इससे बीमित व्यक्तियों को रोगों का शीघ्र पता लगाने में लाभ होगा। उन्होने बताया कि वह आज शुरू किए गए पायलट वार्षिक निवारक स्वास्थ्य जांच कार्यक्रम की प्रगति की निगरानी स्वयं करेंगे ताकि इसे पूरे देश में दोहराया जा सके।
नई दिल्ली में आयोजित कर्मचारी राज्य बीमा निगम, ईएसआईसी की 186वीं बैठक में बोलते हुए, उन्होने ने देश के श्रमिकों और उनके आश्रित परिवारों के लिए बेहतर सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी को गति और अधिक परिश्रम के साथ काम करने का आह्वान किया। ईएसआईसी बैठक ने मानेसर में 500 बिस्तरों वाले ईएसआईसी अस्पताल की स्थापना के लिए 8.7 एकड़ जमीन के अधिग्रहण को भी मंजूरी दी। मेरठ में 100 बेड के ईएसआईसी अस्पताल के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की भी स्वीकृति प्रदान की गयी।
अन्य निर्णयों में ईएसआईसी ने डबरी, ओडिशा में 50 बिस्तरों वाले ईएसआई अस्पताल (100 बिस्तरों तक विस्तार योग्य) के निर्माण और तिनसुकिया में राज्य संचालित अस्पताल के अधिग्रहण और इसके बाद के 100 बिस्तर वाले ईएसआईसी अस्पताल में उन्नयन के उद्देश्य से 5 एकड़ जमीन के अधिग्रहण को मंजूरी दी। ईएसआईसी ने ओडिशा के झारसुगुडा में एक उप क्षेत्रीय कार्यालय के निर्माण के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी।
उन्होने आगे कहा कि COVID-19 के कारण मरने वाले IP के परिवारों को सहायता और सहायता प्रदान करने के लिए, ESIC COVID-19 राहत योजना शुरू की गई थी। निगम ने आज इस योजना के तहत पात्रता के लिए भुगतान की अंशदायी शर्त को 70 दिन से बढ़ाकर 35 दिन करने की मंजूरी दी।
स्रोत <pib.gov.in/PressReleasePage.aspx?PRID=1778048>
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