केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती श्रीमती ने बताया कि 8 मार्च, 2018 को शुरू किया गया पोषण अभियान आईसीटी एप्लिकेशन, कन्वर्जेंस, कम्युनिटी मोबिलाइजेशन, व्यवहार परिवर्तन और जन आंदोलन, क्षमता निर्माण, प्रोत्साहन और पुरस्कार और नवाचार जैसे घटकों के माध्यम से देश भर में कुपोषण के मुद्दों को संबोधित करता है।

पिछले तीन वर्षों में पोषण अभियान में की गई गतिविधियां इस प्रकार हैं:

अभियान के तहत, एक मजबूत आईसीटी प्लेटफॉर्म। पोशन ट्रैकर को विकसित किया गया है और लगभग 9.84 करोड़ लाभार्थियों को कवर करते हुए 12.27 लाख आंगनवाड़ियों में रोल आउट किया गया है।

यह अभियान आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और महिला पर्यवेक्षकों को स्मार्टफोन प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाता है। अब तक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को उपलब्ध कराए गए स्मार्टफोन और जीएमडी (स्टैडोमीटर, इन्फैंटोमीटर, शिशु और मां और बच्चे के लिए वजन के पैमाने सहित) की संख्या क्रमशः 11.03 लाख और 11.94 लाख है।

कन्वर्जेंस के तहत प्रमुख मंत्रालय/विभाग कुपोषण से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के समन्वय से काम कर रहे हैं।

पोशन माह (सितंबर) और पोषण पखवाड़ा (मार्च) के रूप में, सामुदायिक गतिशीलता, व्यवहार परिवर्तन और जन आंदोलन घटक ने देश के सबसे बड़े पोषण-केंद्रित वार्षिक जन आंदोलन के माध्यम से जनता तक पहुंचने में मदद की। पोषण अभियान के शुभारंभ के बाद से, 4 पोषण माह और 3 पोषण पखवाड़ा आयोजित किए गए हैं। लगभग 3.70 करोड़ समुदाय आधारित कार्यक्रम (सीबीई) भी आयोजित किए गए हैं।

क्षमता निर्माण घटक के तहत लगभग 10.22 लाख फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया गया है। इसके अतिरिक्त, लगभग। 6.61 लाख फील्ड पदाधिकारियों ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रशिक्षण प्राप्त किया है। अब तक 8.3 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं/आंगनवाड़ी सहायिकाओं को आईसीटी आवेदन में प्रशिक्षित किया जा चुका है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को क्रमशः 500 रुपये और 250 रुपये प्रति माह की दर से प्रोत्साहन दिया जाता है। नवाचारों के तहत, 26 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों ने पोषण अभियान के शुभारंभ के बाद से अब तक 50 से अधिक नवीन पहल की हैं।

पोषण अभियान के तहत, बजटीय आवंटन आईसीटी एप्लीकेशन, कन्वर्जेंस, कम्युनिटी मोबिलाइजेशन, बिहेवियरल चेंज एंड जन आंदोलन, क्षमता निर्माण, प्रोत्साहन और पुरस्कार और नवाचार जैसे कार्यक्रम घटकों के लिए है। इन वर्षों में राज्य सरकारों को वितरित की गई निधियों का राज्य-वार और वर्ष-वार विवरण अनुबंध में है।

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