रामायण यात्रा स्‍पेशल ट्रेन  के रुट में तेलंगाना के भद्राचलम को शामिल करने को लेकर केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  का आभार व्‍यक्‍त किया है। जी किशन रेड्डी ने कहा, ‘भद्राचलम को लेकर मेरे अनुरोध को पीएम मोदी ने माना और तुरंत रेल मंत्री को इस अनुरोध पर अनुकूल तरीके से विचार करने का निर्देश दिया।  दुनिया भर में तेलुगु भाषी लोगों, विशेष रूप से तेलंगाना राज्य ने आईआरसीटीसी की रामायण सर्किट ट्रेन में भद्राचलम को एक गंतव्य के रूप में जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया है.

जी किशन रेड्डी ने कहा क‍ि भगवान राम का तेलुगु भाषी लोगों और विशेष रूप से तेलंगाना के लोगों के दिल में विशेष स्‍थान है. ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने भाई लक्ष्‍मण और देवी सीता के साथ 10 साल पंचवटी में ही बिताए थे. जिसे आधुनिक भद्राचलम के आस-पास का क्षेत्र कहा जाता है. तेलंगाना में भद्राचलम, परनाशाला, जटायुपाका, दुम्मुगुडेम और गुनाडाला का भगवान राम के जीवन के साथ खास जुड़ाव है. मंत्री ने रामायण सर्किट ट्रेन के सफल शुभारंभ के लिए रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी को बधाई दी। उन्होने ने कहा, “दुनिया भर में तेलुगु भाषी लोगों, विशेष रूप से तेलंगाना राज्य के लोगों ने आईआरसीटीसी की रामायण सर्किट रेलगाड़ी में भद्राचलम को एक गंतव्य के रूप में जोड़ने के लिए प्रधानमंत्री के प्रति अपनी खुशी और आभार व्यक्त किया है।”

उन्होंने कहा, “भगवान राम का सामान्य रूप से तेलुगु भाषी लोगों और विशेष रूप से तेलंगाना राज्य के लोगों के दिल में एक विशेष स्थान है। भगवान राम के भक्तों का मानना है कि देवी सीता और लक्ष्मण के साथ भगवान राम ने अपने वनवास के करीब 10 साल पंचवटी में बिताए थे जो कि आधुनिक समय में भद्राचलम के आसपास के क्षेत्र में स्थित है। अयोध्या के साथ तेलंगाना में भद्राचलम, परनाशाला, जटायुपाका, दुम्मुगुडेम और गुनाडाला राम के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण हैं।”

उन्होने ने रामायण सर्किट रेलगाड़ी के सफल शुभारंभ के लिए रेल मंत्रालय और आईआरसीटीसी को बधाई दी है। यह रेलगाड़ी नई दिल्ली तेलंगाना में भद्राचलम को से रामेश्वरम के लिए शुरू होगी और भगवान श्री राम के जीवनकाल से जुड़े विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर रुकेगी। उन्होंने कहा कि भद्राचलम का सीतारामस्वामी मंदिर पूरी दुनिया में जाना जाता है। रामुलावरी मंदिर के पूजा स्थल का इतिहास, सर्वविदित है। उगादी से पहले रामनवमी तक इस मंदिर में आयोजित त्योहार बहुत लोकप्रिय हैं और सीता राम कल्याणम एक आनंदमयी घटना है। चूंकि रामायण यात्रा रेलगाड़ी का उद्देश्य भगवान राम की उनके जीवनकाल में यात्रा के सभी महत्वपूर्ण स्थानों को जोड़ना है, इसलिए भद्राचलम रोड स्टेशन (कोठागुडेम स्टेशन) को शामिल करने से रामायण सर्किट पूरा हो जाएगा।

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