केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि आगे चलकर भाषा सीखने को एक औपचारिक क्रेडिट-अर्निंग सिस्टम के साथ एक कौशल के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा। मंत्री स्कूलों के लिए भाषा संगम पहल के शुभारंभ पर बोल रहे थे, जिसमें इसी नाम से एक मोबाइल ऐप और राष्ट्रीय एकता दिवस मनाने के लिए एक भारत, श्रेष्ठ भारत प्रश्नोत्तरी ऐप शामिल है, जो हर साल 31 अक्टूबर को मनाया जाता है। सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती।

उन्होने  ने कहा, “राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020, भारतीय भाषाओं के प्रचार पर जोर देने के दृष्टिकोण को रेखांकित करती है। आगे जाकर, औपचारिक ऋण-अर्जन प्रणाली के साथ भाषा सीखने को एक कौशल के रूप में बढ़ावा दिया जाएगा।”

उन्होंने कहा कि आज शुरू की गई पहल छात्रों को भारत की भाषाई विविधता को अपनाने और इसकी संस्कृति, विरासत और विविधता की समृद्धि के बारे में जागरूक करने में सक्षम बनाएगी। भाषा संगम 22 भारतीय भाषाओं में स्कूली बच्चों को रोजमर्रा के उपयोग के बुनियादी वाक्य सिखाने के लिए एक भारत, श्रेष्ठ भारत के तहत शिक्षा मंत्रालय की पहल है।

प्रधान ने कहा, “विचार यह है कि लोगों को अपनी मातृभाषा के अलावा किसी अन्य भारतीय भाषा में बुनियादी संवाद कौशल हासिल करना चाहिए। हमारा लक्ष्य है कि आजादी का अमृत महोत्सव के दौरान कम से कम 75 लाख लोगों को यह कौशल हासिल करना चाहिए।” आजादी के 75 साल पूरे होने पर सरकार आजादी का अमृत महोत्सव मना रही है।

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