आजादी का अमृत ​​महोत्सव समारोह के हिस्से के रूप में, नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा किए गए आजाद हिंद सरकार के गठन की वर्षगांठ मनाने के लिए भारत और दक्षिण पूर्व एशिया में 21 अक्टूबर को और उसके बाद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। सरकार के समग्रदृष्टिकोण को जीवंत करते हुए, संस्कृति मंत्रालय के नेतृत्व में भारत के विभिन्न मंत्रालयों, राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों की भागीदारी के साथ विभिन्न क्षेत्रों और भौगोलिक इलाकोंमें एक एकीकृत कार्यक्रम कैलेंडर का आयोजनका किया गया।  इस उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रमों में जन भागीदारी के विचार को मूर्त रूप देते हुए आईएनए के पूर्व सैनिकों, स्कूली छात्रों, स्थानीय समुदायों और अन्य लोगों ने भाग लिया। ओडिशा, मणिपुर, नगालैंड और पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में कार्यक्रम आयोजित किया गया।

यह पॉडकास्ट श्रृंखला उन व्यक्तियों और आंदोलनों को एक श्रद्धांजलि है जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिनमें से कुछ को स्वतंत्रता आंदोलन की पारंपरिक गाथा में जगह नहीं मिली। उनके बलिदानों के सम्मान के रूप में, भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्षों के उपलक्ष्य में इन वीरों की वीरता और वीरता की कहानियों को याद करके उन्हें सलाम करना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है।

संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुन राम मेघवाल और संस्कृति राज्य मंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी आज लाल किले पर आजाद हिंद सरकार की 78वीं वर्षगांठ समारोह में शामिल हुईं। इस अवसर पर जनरल बख्शी, एसएम, बीएसएम (सेवानिवृत्त) द्वारा लिखी किताब ‘बोस: द मिलिट्री डायमेंशन: द मिलिट्री हिस्ट्री ऑफ आईएनए एंड नेताजी’ का भी विमोचन किया गया।

मलेशिया स्थित भारतीय उच्चायोगने 18 अक्टूबर, 2021 को रॉयल सेलांगोर क्लब में एक हाइब्रिड ईवेंट(वर्चुअल और लाइव कार्यक्रमों का मिश्रण) आयोजित किया। समारोह का आयोजन नेताजी सर्विस सेंटर, नेताजी वेलफेयर फाउंडेशन, मलेशिया-इंडिया हेरिटेज ग्रुप, मलेशियाई बंगाली एसोसिएशन, केलाबरेकरियासी अभिजान और रॉयल सेलांगोर क्लब के साथ साझेदारी में किया गया था।

सिंगापुर में भारत के उच्चायुक्त ने आईएनए स्मारक पर पुष्पांजलि दी। 21 अक्टूबर, 1943 को नेताजी ने आजाद हिंद सरकार के गठन की घोषणा की थी, जिसने सिंगापुर से 11 मंत्रियों और इंडियन नेशनल आर्मीके आठ प्रतिनिधियों के साथ काम करना शुरू किया था। (सिंगापुर में कार्यक्रम)

पर्यटन मंत्रालय द्वारा ‘द लेगेसी ऑफ फ्रीडम’ नामक विशेष रूप से बनाया गया एक ब्रोशरजारी किया गयाजिसमें उन जगहों की खास जानकारी दी गयी है, जहां नेताजी अपने आंदोलन के दौरान गए थे। नेताजी की स्मृति का जश्न मनाया जाना निरंतर रूप से चलने वाली एक पहल है और 23 जनवरी, 2022 को नेताजी की जयंती पर एक भव्य समारोह के आयोजन के साथ इसका समापन होगा।

स्रोत